Bihar Diwas: आज 109 साल का हुआ बिहार, जानें- कैसे ये राज्य अस्तित्व में आया

वो साल 1912 का था, जब 22 मार्च को बिहार को बंगाल प्रेसिडेंसी से अलग कर राज्य बनाया गया था. जानें- इतिहास

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नई दिल्ली:

Bihar Diwas:बिहार राज्य के गठन को चिह्नित करते हुए, हर साल 22 मार्च को बिहार दिवस मनाया जाता है. आज ही के दिन (22 मार्च) 1912 में इस राज्य की स्थापना हुई थी. आज बिहार राज्य को पूरे 109 साल हो गए हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने सभी राज्यवासियों को बिहार दिवस की शुभकामनाएं दीं. पीएम नरेंद्र मोदी ने लिखा, "बिहार दिवस की राज्य के सभी निवासियों को ढेरों शुभकामनाएं. गौरवशाली अतीत और समृद्ध संस्कृति के लिए विशेष पहचान रखने वाला यह प्रदेश विकास के नित नए आयाम गढ़ता रहे."

वहीं बिहार के मुख्यमंत्री  नीतिश कुमार ने बिहार वासियों को शुभकामनाएं देते हुए ट्ववीट किया और लिखा, "बिहार दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं”

बिहार का इतिहास गौरवशाली है और हम वर्तमान में अपने निश्चय से बिहार का गौरवशाली भविष्य तैयार कर रहे हैं. विकसित बिहार के सपने में भागीदारी के लिए मैं आप सभी का स्वागत करता हूं."

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जय हिंद-जय बिहार


आपको बता दें, हर बिहार दिवस धूमधाम से मनाया जाता था, लेकिन इस साल कोरोना के कारण किसी भी प्रकार का कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा. वहीं सरकारी स्कूलों में भी कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगें, बता दें, वो साल 1912 का था, जब 22 मार्च को  बिहार को बंगाल प्रेसिडेंसी से अलग कर राज्य बनाया गया था.

ऐसे अस्तित्व में आया अपना बिहार

बिहार का आधुनिक इतिहास में 1857 के प्रथम सिपाही विद्रोह में बिहार के बाबू कुंवर सिंह का नाम जरूर आता है, उन्होंने इस विषय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. साल 1912 में बंगाल का विभाजन के बाद  बिहार नाम का राज्य स्थापित हुआ था, जिसके बाद ये राज्य अस्तित्व में आया.

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विहार हो गया बिहार

कम ही लोग जानते होंगे आखिर इस राज्य का नाम बिहार कैसे पड़ा, बता दें बिहार नाम बौद्ध विहारों के विहार शब्द से हुआ है जिसे विहार के स्थान पर इसके विकृत रूप बिहार से संबोधित किया जाता है. यह क्षेत्र गंगा नदी तथा उसकी सहायक नदियों के उपजाऊ मैदानों में बसा है.


आइए जानते हैं बिहार के बारे में खास बातें

1. बिहार शब्द (संस्कृत और पाली शब्द) विहार (मठ या Monastery) से बना. बिहार बौद्ध संस्कृति का जन्म स्थान है, जिस वजह से इस राज्य का नाम पहले विहार और उससे बिहार बना.

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2. बिहार को पहले मगध नाम से जाना जाता था. बिहार की राजधानी पटना का नाम पहले पाटलिपुत्र था.

3. भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद बिहार से ही थे.

4. हिंदु पुराणों के अनुसार माता सीता का जन्म भी बिहार में हुआ. इसी राज्य में भगवान राम और माता सीता का मिलन भी हुआ.

5. बिहार से ही बुद्ध और जैन धर्म की उत्पत्ति हुई. इसी राज्य में भगवान बुद्ध और महावीर का जन्म हुआ.  

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6. बिहार में ही दुनिया के सबसे पुराना विश्वविद्यालय (नालंदा यूनिवर्सिटी) है. 12वीं शताब्दी के बाद इस खूबसूरत स्थान के साथ तोड़-फोड़ कर नुकसान पहुंचाया गया. इस स्थान के खंडहर हो जाने के बावजूद साल 2016 में इस स्थान को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज (UNESCO World Heritage) में शामिल किया गया.

7. बिहार में ही एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला (सोनपुर मेला) लगता है. बिहार के सोनपुर इलाके में यह मेला हर साल नवंबर-दिसंबर (कार्तिक पूर्णिमा) में लगता है.

8. इस राज्य में भारत के प्राचीन मंदिरों में से एक माने जाने वाला मुंडेश्वरी मंदिर मौजूद है. ये मंदिर भगवान शिव और माता पार्वती का है.

9. विश्व प्रसिद्ध गणितज्ञ आर्यभट भी बिहार से थे.

10. यौन संबंधों पर लिखी गई सबसे मशहूर किताब कामसूत्र को लिखने वाले लेखक वात्स्यायन भी बिहार से थे.

11. सिखों के 10वें गुरु (गुरु गोबिंद सिंह)  का जन्म भी बिहार में हुआ. हरमिंदर तख्त (पटना साहिब) पटना में है.

12. बिहार के वैशाली जिले को दुनिया का पहला गणतंत्र माना जाता है. इसी जगह पर भगवान महावीर का जन्म हुआ था.

13. भारत के प्रसिद्ध सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य, विक्रमादित्य और अशोका भी बिहार से ही हैं.

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