33 साल के करियर में जुबीन गर्ग ने 40 भाषाओं में गाए थे 38 हजार गाने, यूं फहराया था मुंबई में परचम

52 की उम्र में दुनिया को अलविदा कहने वाले या अली फेम सिंगर जुबिन गर्ग ने अपने 33 साल के करियर में 40 भाषाओं में लगभग 38 हजार गाने गाए थे.

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जुबीन ने 38000 से ज्यादा गाने गाए हैं
नई दिल्ली:

19 सितंबर 2025 को एक दिल तोड़ देने वाली बुरी खबर आई... सिंगर और म्यूजिक कंपोजर जुबीन गर्ग का सिंगापुर में निधन हो गया. जहां वह एक फेस्टिवल में परफॉर्म करने वाले थे. उन्होंने अपने करियर में कई शानदार गाने गाए, जिसे लोगों ने काफी पसंद किया. उनकी आवाज में वो जादू था, जो हर किसी को अपना दीवाना बना देता था. उनके निधन की खबर से संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है. रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि उनकी डाइविंग के दौरान डूबने से मौत हो गई. लेकिन क्या आप जानते हैं कि असम के हार्थरोब कहे जाने वाले जुबीन गर्ग ने अपने 33 साल के करियर में 40 भाषाओं में लगभग 38 हजार गाने गाए थे.

जुबीन गर्ग न सिर्फ बेहतरीन गायक थे, बल्कि अभिनेता, संगीतकार, निर्देशक, निर्माता और पटकथा लेखक भी थे. असमिया संगीत जगत में उनका नाम काफी प्रभावशाली था. उन्होंने कन्नड़, कार्बी, मलयालम, मराठी, नेपाली, उड़िया, संस्कृत, सिंधी, तमिल, और तेलुगु समेत कई भाषाओं में संगीत दिया और फिल्मों में अभिनय किया. उनकी खासियत यह थी कि उनकी आवाज में एक अलग तरह की ऊर्जा थी, जो सीधे दिल तक पहुंचती थी. जुबीन गर्ग ने हिंदी फिल्मों के साथ-साथ असमिया और बंगाली फिल्मों में भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. 

ज़ुबीन बोरठाकुर का जन्म 18 नवंबर 1972 को मेघालय के तुरा में हुआ था, जिसके बाद उन्होंने अपने परिवार के गोत्र से गर्ग सरनेम अपनाया. उनका नाम पॉपुलर संगीतकार ज़ुबिन मेहता के नाम पर रखा गया था. ज़ुबीन साहित्य और संगीत से जुड़े परिवार से आते थे. उनके पिता, मोहिनी मोहन बोरठाकुर, एक मजिस्ट्रेट, गीतकार और कवि थे, जो कपिल ठाकुर नाम से रचनाएं करते थे, जबकि मां इली बोरठाकुर, एक सिंगर थीं. 

जुबीन की छोटी बहन जोंगकी बोरठाकुर भी एक्ट्रेस और सिंगर थीं. लेकिन साल 2002 में एक सड़क दुर्घटना में दुखद निधन हो गया. वहीं उनकी एक और बहन डॉ. पाल्मे बोरठाकुर हैं. 2002 में, ज़ुबीन ने असम के गोलाघाट की एक फैशन डिज़ाइनर गरिमा सैकिया गर्ग से शादी की थी. 

जुबीन के म्यूजिक करियर की बात करें तो उन्होंने कई सुपरहिट गाने दिए, जिनमें 'गैंगस्टर' का 'या अली' और ऋतिक रोशन की 'कृष 3' फिल्म का 'दिल तू ही बता' जैसे गाने शामिल हैं. उनके संगीत और फिल्मों के लिए कई पुरस्कार मिले. 2009 में उन्हें 55वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में बेस्ट संगीत निर्देशन के लिए सम्मानित किया गया. इसके अलावा, उन्होंने कई क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार भी प्राप्त किए, जिनमें स्क्रीन अवार्ड्स, फिल्मफेयर पुरस्कार, आईफा पुरस्कार और कई अन्य सम्मान शामिल हैं. 

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