Zubeen Garg Death Case: मशहूर गायक जुबीन गर्ग की असमय मौत के मामले में जांच लगातार तेज हो रही है. इस बीच विशेष जांच दल (एसआईटी) की जांच अधिकारी मोरोमी दास ने शुक्रवार को जुबीन की पत्नी गरिमा गर्ग को पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंपी. यह रिपोर्ट जुबीन के गुवाहाटी स्थित कहिलीपारा आवास पर उन्हें दी गई. इसे मामले की जांच में एक अहम कदम माना जा रहा है, क्योंकि अब पुलिस और परिवार के पास मेडिकल आधार पर कुछ स्पष्ट तथ्य मौजूद होंगे.
जुबीन गर्ग की 19 सितंबर को सिंगापुर में रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी. शुरू में इसे स्कूबा डाइविंग के दौरान हुए एक हादसे के रूप में बताया गया, लेकिन जैसे-जैसे मामले की जांच आगे बढ़ी, कई चौंकाने वाले और संदिग्ध तथ्य सामने आए. जुबीन की पत्नी, परिवार और कुछ साथियों ने इस घटना पर संदेह जताया और इसे एक सुनियोजित साजिश करार दिया. इसी के बाद असम पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी और सीआईडी की संयुक्त टीम बनाकर जांच शुरू की.
अब तक इस मामले में कुल चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इनमें जुबीन के लंबे समय से मैनेजर रहे सिद्धार्थ शर्मा, नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत, और जुबीन के बैंड से जुड़े दो अन्य सदस्य, संगीतकार शेखर गोस्वामी और गायक अमृत प्रीतम, शामिल हैं. पुलिस का कहना है कि इन चारों से गहन पूछताछ की जा रही है और इनके पास से कुछ अहम सबूत भी मिले हैं. वीडियो फुटेज, फोन रिकॉर्डिंग और बयानों के आधार पर जांच आगे बढ़ रही है.
अमृत प्रीतम ने जिस मोबाइल फोन से घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया था, उसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. वहीं, शेखर गोस्वामी घटना के समय जुबीन के बेहद करीब तैरते हुए देखे गए थे, जिससे उनकी भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं. जांच में यह भी सामने आया है कि जुबीन गर्ग एक कुशल तैराक थे और उन्होंने खुद अपने साथियों को तैराकी सिखाई थी. ऐसे में उनका डूबना और पानी में दम घुटने से मरना स्वाभाविक नहीं माना जा रहा. जुबीन की पत्नी गरिमा गर्ग का भी कहना है कि उनके पति बहुत थके हुए थे और उन्हें शायद जबरन स्कूबा डाइविंग के लिए ले जाया गया. साथ ही उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब जुबीन की तबीयत खराब हुई, तब उनके साथ मौजूद लोगों ने समय पर मदद क्यों नहीं पहुंचाई.
पुलिस ने जुबीन के शव का दो बार पोस्टमार्टम कराया, पहली बार सिंगापुर में और फिर गुवाहाटी में. सिंगापुर की रिपोर्ट पहले ही भारतीय उच्चायोग को सौंप दी गई थी, और अब गुवाहाटी में हुए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट गरिमा गर्ग को सौंप दी गई है. इसके अलावा, जुबीन के शरीर से लिए गए विसरा सैंपल को दिल्ली की सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब (सीएफएसएल) भेजा गया है, जहां से रिपोर्ट आना अभी बाकी है. यह रिपोर्ट यह साफ करेगी कि जुबीन के शरीर में किसी प्रकार का जहर या कोई नशीला पदार्थ मौजूद था या नहीं.