उस्ताद जाकिर हुसैन ने तबले से निकाली महादेव के डमरू की आवाज, वीडियो देख मंत्रमुग्ध हो गए लोग

मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन का ये वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है. इसे देखकर फैन्स उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
जाकिर हुसैन ने तबले पर बजाया डमरू
नई दिल्ली:

मशहूर भारतीय तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन ने अपने जबरदस्त टैलेंट और आध्यात्मिक रिश्ते को दिखाते हुए एक शानदार परफॉर्मेंस दी. इसमें उन्होंने तबले पर भगवान शिव का डमरू बजाया. जाकिर हुसैन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उस वीडियो में जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जाकिर तबले पर भगवान शिव के डमरू की ताल बजाते दिख रहे हैं. इससे गणों के शंखनाद की दिव्य ध्वनि उत्पन्न होती है. वीडियो को इंटरनेट यूजर्स से खूब तारीफें मिल रही है.

एक सोशल मीडिया यूजर ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर शेयर किए गए वीडियो को कैप्शन दिया, "दिव्य आशीर्वाद से तबले पर पूर्ण महारत." एक इंटरनेट यूजर ने जाकिर की इस वीडियो को "बेस्ट और क्रिएटिव" बताते हुए उनकी तारीफ की. उनके टैलेंट में भगवान का हाथ बताया. एक फैन ने म्यूजिक की तुलना उज्जैन के पवित्र अनुष्ठानों से की. एक सोशल मीडिया यूजर ने कहा, "बिल्कुल मंत्रमुग्ध करने वाला". एक शख्स ने भारतीय संस्कृति और संगीत में जाकिर के योगदान पर गर्व व्यक्त किया. उन्हें देशभर के लिए प्रेरणा बताया.

Advertisement

ग्रैमी अवार्ड्स में जाकिर की हालिया जीत ने संगीत की दुनिया में एक वैश्विक आइकन के रूप में उनकी स्थिति को और मजबूत कर दिया है. एक ही रात में तीन ग्रैमी पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय के रूप में इतिहास रचते हुए जाकिर ने एनडीटीवी के साथ एक इंटरव्यू के दौरान इस उपलब्धि को भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बताया.

Advertisement

इस साल ग्रैमी अवार्ड्स ने ना केवल टेलर स्विफ्ट और माइली साइरस जैसे मुख्यधारा के कलाकारों को मान्यता दी बल्कि जाकिर हुसैन और बांसुरीवादक राकेश चौरसिया जैसे प्रसिद्ध संगीतकारों को भी सम्मानित किया. पुरस्कार विजेता ट्रैक "पश्तो" पर उनके सहयोग ने, जिसमें अमेरिकी संगीतकार बेला फ्लेक और एडगर मेयर शामिल थे. उन्हें सर्वश्रेष्ठ वैश्विक संगीत प्रदर्शन के लिए प्रशंसा दिलाई जिससे जाकिर के शानदार करियर में एक और मील का पत्थर जुड़ गया.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Waqf Amendment Bill: क्या राज्य केंद्र के बनाए क़ानून को लागू करने से इनकार कर सकता है? | News@8