एक ऐसी दुनिया जिसमें पुरुषों का नामोनिशान ही ना हो. ऐसी दुनिया जहां हर ओर सिर्फ महिलाएं ही हो. सुनने में जरूर कुछ अजीब लग सकता है. लेकिन हाल ही में एक स्टडी सामने आई है, जिसमें भविष्य में इस तरह के हालात पैदा होने का दावा किया गया है. इस अध्ययन में चौंकाने वाली बात कही गई है. प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ (पीएनएएस) की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भविष्य में ऐसी स्थिति आ सकती है कि धरती पर सिर्फ लड़कियां हीं जन्म लेंगी. इस अध्ययन रिपोर्ट से पता चला है कि वाई क्रोमोसोम धीरे-धीरे सिकुड़ रहा है और अंततः गायब हो सकता है. वाई क्रोमोसोम पुरुष लिंग का निर्धारण करने के लिए महत्वपूर्ण है. इसके गायब होने का परिणाम एक ऐसी दुनिया में हो सकता है, जहां केवल लड़कियां ही पैदा होंगी. बेशक विज्ञान की दुनिया में इसे लेकर एक नई चिंता और बहस पैदा हो गई है और तरह-तरह के पक्ष आ रहे हैं. लेकिन अगर एंटरटेनमेंट की दुनिया की बात करें तो इसकी कल्पना काफी पहले ही की जा चुकी है. ओटीटी की दुनिया में एक ऐसी वेब सीरीज है जिसमें ऐसी दुनिया का कल्पना की गई है जिसमें सिर्फ औरतें ही औरते हैं और वाई क्रोमोसोम वाला कोई भी जानवर और इंसान नहीं बचा है.
वेब सीरीज 'वाई: द लास्ट मैन' एक अमेरिकी पोस्ट-एपोकैलिक टेलीविजन सीरीज है. इस सीरीज को एलिजा क्लार्क ने डेवलप किया है. ये वेब सीरीज ब्रायन के. वॉन और पिया गुएरा की इसी नाम की कॉमिक बुक सीरीज पर आधारित है. इस सीरीज में दिखाया गया है कि एक रहस्यमय घटना होती है और Y क्रोमोसोम वाले सारे स्तनपायी को मार देती है और बचते हैं तो एक आदमी योरिक ब्राउन और उसका बंदर.
वेब सीरीज 'वाई: द लास्ट मैन' में सारी सरकारें गिर जाती हैं, बुनियादी ढांचा विफल हो जाता है, और महिलाएं एक नए समाज को गढ़ने की कोशिश करती हैं. इस नई स्थिति में समाज में शक्ति और अस्तित्व के संघर्ष पैदा होते हैं. वहीं एजेंट 355 एक एजेंसी है जो योरिक की रक्षा की जिम्मेदारी लेती है. एक विशेषज्ञ है जो यह समझने की कोशिश करती है कि योरिक और उसका बंदर कैसे बच गए. वह योरिक और एजेंट 355 के साथ इस रहस्य को सुलझाने के मिशन पर निकलती है. इस वेब सीरीज को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर एपल प्लस पर देखा जा सकता है.
वेब सीरीज 'वाई: द लास्ट मैन' में जेंडर, शक्ति, अस्तित्व और पहचान जैसे विषयों की खोज की गई है, और यह दिखाती है कि समाज में क्या होता है जब आधी आबादी अचानक गायब हो जाती है. इस तरह जिस अध्ययन को लेकर फिलहाल चिंता जताई जा रही है और उस पर इस तरह का कंटेंट बन चुका है. बेशक यह एक अध्ययन है और इस पर और भी कई रिसर्च होंगी और वैज्ञानिक इसका विकल्प भी कभी ना कभी तलाश ही लेंगे. लेकिन मनोरंजन के मद्देनजर ओटीटी पर इस वेब सीरीज को जरूर देखा जा सकता है.