कई एक्टर को फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले और आने के बाद भी खूब संघर्ष करना पड़ा है और आउटसाइडर एक्टर्स के लिए तो यह सिलसिला आज भी जारी है. कुछ एक्टर्स ऐसे भी हैं, जो कई सालों तक काम करने के बाद लाइफ में आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. कुछेक एक्टर्स की बची हुई जिंदगी आर्थिक तंगी और बुरे दिनों से गुजर रही है. वहीं, बॉलीवुड के इस शानदार एक्टर ने कभी सोचा भी नहीं था कि उसे सफल करियर के बीच फिल्म इंडस्ट्री छोड़नी पड़ जाएगी और 150 रुपये पर ढाबे पर काम करना पड़ेगा. कभी पाई-पाई के तरसा यह एक्टर आज 150 करोड़ रुपये की संपत्ति का मालिक है. इस एक्टर ने महाराष्ट्र के एक गांव में भगवान शिव का एक मंदिर भी बनवाया था, जिसे लेकर करीब 41 साल पहले भविष्यवाणी की गई थी. आइए जानते हैं आखिर कौन है यह एक्टर.
कौन है ये एक्टर?
दरअसल, हम बात कर रहे हैं 'आतंक का दूसरा नाम है बाबूभाई' डायलॉग बोलने वाले एक्टर संजय मिश्रा की. संजय ने अपने अभिनय की शुरुआत टीवी से की थी और इसके बाद फिल्मों में कदम रखा. संजय ने टीवी के हिट शो 'ऑफिस-ऑफिस' से भी दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचा था. संजय ने बंटी और बबली, गोलमाल, दिलवाले, धमाल और ऑल द बेस्ट समेत कई कॉमेडी फिल्मों में काम किया है. वहीं, पीक करियर में एक्टर के पिता का निधन हो गया. पिताजी के बीमार पड़ने से पहले संजय की खुद की तबीयत बिगड़ गई थी और अस्पताल में इलाज के दौरान उनके पेट से 15 किलो पस निकली.
किस डायरेक्टर ने दिया एक्टर को सहारा
पिता की मौत से टूटे संजय मिश्रा सबकुछ छोड़ ऋषिकेश चले गए और वहां महज 150 रुपये में एक ढाबे में काम करने लगे. वहीं, एक्शन फिल्मों के डायरेक्टर रोहित शेट्टी उन्हें ढूंढते-ढूंढते उस ढाबे पर पहुंच गये. रोहित शेट्टी ने संजय मिश्रा को फिल्म ऑल द बेस्ट ऑफर की और इससे एक्टर की लाइफ फिर से पटरी पर आ गई. बता दें, संजय मिश्रा ने पैसों की तंगी के चलते पॉपुलर टीवी शो ऑफिस-ऑफिस साइन किया था. इसके बाद से संजय मिश्रा ने फिल्म इंडस्ट्री में एक बार रफ्तार पकड़ ली. आज एक्टर का मुंबई में घर है और उनकी नेटवर्थ तकरीबन 149 करोड़ रुपये है. संजय मिश्रा के पास लग्जरी कारों में फॉर्च्यूनर और बीएमडब्ल्यू भी है.