एक दौर ऐसा था जब विनोद खन्ना का स्टारडम लोगों के सिर चढ़कर बोलता था. 70 और 80 के दशक में विनोद खन्ना का करियर पीक पर था और वह सबसे बड़े स्टार्स में गिने जाते थे. विनोद खन्ना का स्टारडम जहां आसमान को छू रहा था, वहीं उनके दोस्त महेश भट्ट उन दिनों संघर्ष कर रहे थे. महेश भट्ट और विनोद खन्ना के दोस्ती के किस्से मशहूर हैं, लेकिन इस दोस्ती के टूटने का किस्सा भी बेहद दिलचस्प है. जब विनोद खन्ना ने नाराजगी में महेश भट्ट को एक साथ कई थप्पड़ जड़ दिए थे और फिर दोनों की दोस्ती हमेशा के लिए खत्म हो गई.
विनोद खन्ना बने थे महेश भट्ट का सहारा
महेश भट्ट खुद बता चुके हैं कि जब वह स्ट्रगल कर रहे थे और उनके पास पैसे नहीं हुआ करते थे तो विनोद खन्ना वो दोस्त थे, जो उनकी मदद करते थे. 80 के दशक में विनोद खन्ना का करियर पीक पर था, लेकिन तभी उनकी मां का निधन हो गया और वह सदमे में चले गए. मन को शांत करने के लिए वह एक आश्रम में रहने लगे. लेकिन फिर फिल्म इंसाफ के साथ उन्होंने धमाकेदार वापसी की. तभी महेश भट्ट ने भी अपने भाई मुकेश भट्ट के साथ मिलकर विनोद खन्ना के साथ एक फिल्म शुरू की.
इस तरह खत्म हुई दोस्ती
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार महेश भट्ट ने सोचा कि दोस्ती में वह विनोद खन्ना से बिना फीस के ही फिल्म करवा लेंगे. लेकिन विनोद ने भी महेश को सबक सिखाते हुए फिल्म की शूटिंग महीने भर तक रोक दी. इसके बाद महेश भट्ट, विनोद खन्ना के बारे में ऐसी वैसी बातें कहने लगे. इस दौरान जब एक स्टूडियो में महेश भट्ट और विनोद खन्ना का आमना-सामना हुआ तो विनोद गुस्से से आग बबूला हो गए और महेश भट्ट को एक साथ कई थप्पड़ जड़ दिए. कहा जाता है कि उसके बाद इन दोनों की दोस्ती खत्म हो गई.