कई हिंदी फिल्में ऐसी हैं जिसमें हीरो को लड़की का रूप लेना पड़ता है. बकायदा साड़ी या सलवार सूट या फिर लहंगा चोली पहनकर माचो लुक वाले हीरो लड़की बन जाते हैं. कुछ फिल्में ऐसी भी हैं जिसमें हीरो पूरी फिल्म भर लड़की के रोल में ही नजर आते हैं. गोविंदा की आंटी नंबर वन और कमल हासन की चाची 420 ऐसी ही फिल्मों के उदाहरण है. लेकिन ऐसी फिल्में कम ही देखने को मिलती हैं जिसमें ऊंचे पूरे, डील डौल वाले हीरो स्विम सूट पहना कर स्विमिंग पूल में उतार दिया जाए. धर्मेंद्र की एक ऐसी ही फिल्म है. जिसमें एक नहीं तीन तीन हीरोज लड़की बन कर पूल में नहाने पहुंचे.
ये तीन हीरो बने लड़की
ये फिल्म थी तहलका, जिसमें धर्मेंद्र के अलावा नसीरुद्दीन शाह, आदित्य पंचोली और जावेद जाफरी स्विम सूट में नजर आए. इस फिल्म से जुड़े एक वायरल वीडियो में फिल्म से जुड़े बिहाइंड द सीन मौजूद हैं. जिसमें नसीरुद्दीन शाह, आदित्य पंचोली और जावेद जाफरी लिपस्टिक लगाकर, नेल पॉलिश लगाकर लड़की बन रहे हैं. जिनका मजाक उड़ाते हुए फिल्म के मेकर्स और धर्मेंद्र कहते हैं कि उन्हें भी लड़की बनने का ऑफर था लेकिन उन्होंने मना कर दिया. लड़की बने तीनो हीरोज को स्विमिंग पूल में जाना है. लड़कियों के साथ स्विमिंग करनी है. इसके बाद ही फिल्म का एक हिट सॉन्ग आता है, मेरी छतरी के नीचे आजा...
इस तरह की तैयारी
इस रोल के लिए नसीरूद्दीन शाह से पूछा गया कि क्या उनकी इमेज पर फर्क पड़ेगा. जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि किसी फिल्म के लिए वो वजन घटाते हैं या बढ़ाते हैं तब उनसे ऐसे सवाल नहीं होते तो लड़की बनने पर ऐसे सवाल क्यों हो रहे हैं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि आर्ट फिल्में तब बन नहीं रही थीं और वो बोर हो चुके थे इसलिए कुछ अलग करने का सोचा और वो रोल किया. इसी वीडियो में जावेद जाफरी भी ये कहते सुने जा सकते हैं कि इस रोल के लिए उन तीनों ने लड़कियों की बॉडी लेंग्वेज और हाव भाव को बहुत गौर से नोटिस किया. तब कहीं जाकर इसके लिए तैयार हो सके. बजट की बात करें तो 2.78 करोड़ के बजट ने कहा जाता है 16 करोड़ पार की कमाई हासिल की थी और फिल्म 1992 की पांचवी हाइएस्ट ग्रॉसर फिल्म बन गई थी.