एक दौर था जब फिल्मी पर्दे पर बहन और भाई का किरदार अदा करते थे वो एक दूसरे के साथ हीरो हीरोइन बन कर आने से और पर्दे पर इश्क लड़ाने से इंकार कर देते थे. इसी दौर में भाई बहनों की एक जोड़ी ऐसी भी थी जो असल जीवन में सगे भाई बहन थे. इस जोड़ी को पर्दे पर एक साथ काम करने का मौका मिला तो दोनों ने एक दूसरे से रोमांस करने से भी गुरेज नहीं किया. नतीजा ये हुआ कि फिल्म को लेकर खूब विवाद हुआ. ये बात अलग है कि खूब विवादों के बावजूद उनकी फिल्म बंपर हिट हुई और धीरे-धीरे लोग उनकी इस खता को भूल गए.
भाई बहन ने किया रोमांस
पर्दे पर एक दूसरे के साथ रोमांस करने वाली ये जोड़ी है महमूद और उनकी सगी बहन मीनू मुमताज की. दोनों साल 1958 में आई फिल्म हावड़ा ब्रिज में एक दूसरे के अपोजिट कास्ट हुए थे. उनके इस फैसले के संबंध में कुछ ठोस जानकारी तो नहीं मिलती. लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म करने की मजबूरी के चलते दोनों ने इस फिल्म में एक दूसरे के अपोजिट काम करना मंजूर किया. स्क्रिप्ट की डिमांड के मुताबिक रोमांस भी किया और अपनी बेहतरीन अदाकारी से लोगों को रूबरू करवाया. लेकिन भाई बहन को हीरो हीरोइन बना देख उस वक्त काफी विवाद भी हुआ था. लेकिन फिल्म इतनी हिट हुई कि लोग इस विवाद को भूल ही गए.
ये है फिल्म की कहानी
हावड़ा ब्रिज नाम की मूवी में महमूद और मीनू मुमताज के अलावा मुख्य भूमिका में थे अशोक कुमार और मधुबाला. मदन पुरी और हेलन भी कहानी का हिस्सा थीं. ये थ्रिलर मूवी एक बेटे की कहानी है जो अपने पिता का बिजनेस संभालने आता है. लेकिन उसे ये पता चलता है कि उसके साथ बिजनेस करने वाले लोग कुछ इनलिगल कामों में शामिल हैं. जिसके बाद वो अपनी गर्लफ्रेंड की मदद से सबके काले कारनामे उजागर करता है.