बॉलीवुड में कॉमेडी की बात होगी तो राजपाल यादव का नाम भी जरूर आएगा ही. उनकी कॉमेडी से सजी कुछ फिल्में इतनी जबरदस्त हैं कि जिसकी वजह से उन्हें कॉमेडी का किंग भी कहा जाता है. उनकी कॉमिक टाइमिंग और डायलॉग डिलिवरी हर सीन को मजेदार बना देती है. लेकिन जो आपको स्क्रीन पर इतना हंसाता है उसने हर सीन को हंसते हंसते बिना किसी मुश्किल के अंजाम दिया हो ऐसा जरूरी नहीं है. राजपाल यादव के साथ भी कई बार ऐसे वाक्ये पेश आए हैं जब दूसरों को हंसाना तो दूर खुद के चेहरे को सामान्य रखना भी मुश्किल था. एक बार तो उन्हें सेट पर सच में चांटे भी पड़ चुके हैं.
सीन में पड़े सचमुच चांटे
ये वाक्या जुड़ा है फिल्म चुप चुप के से जिसमें एक सीन की शूटिंग के दौरान राजपाल यादव को सच में वहां मौजूद लोगों ने चांटे मार दिए थे. हालांकि उसके बाद भी राजपाल यादव ने उस शॉट को बखूबी अंजाम दिया और दर्द का एहसास नहीं होने दिया. ये फिल्म का वो सीन था जिसमें राजपाल यादव एक महिला को छेड़ते हैं. लेकिन उसके बाद लोग उन्हें मारने उनके पीछे आते हैं. इस सीन में कुछ लोग उनके पास पहुंचते हैं और तैश में आकर सचमुच उन्हें चांटे जड़ देते हैं.
निर्देशक से मिली यह सलाह
फिल्म से जुड़ी ये जानकारी खुद राजपाल यादव ने एक इंटरव्यू में दी थी. उन्होंने बताया था कि सीन में जब उन्हें सचमुच चांटें पड़े तो पहले तो वो शांत रहे. लेकिन लोग बढ़ते जा रहे थे और लग रहा था कि कहीं और ज्यादा चांटे न पड़ जाएं. तब उन्होंने डायरेक्टर प्रियदर्शन को इस बात की जानकारी दी. तब प्रियदर्शन ने वहां मौजूद लोगों को समझाया कि उन्हें सच में नहीं मारना है. बल्कि सिर्फ एक्शन करना है. लेकिन डायरेक्टर इसके बाद भी कोई रिस्क नहीं लेना चाहते थे जिसके बाद उन्होंने सीन को उतना ही रखा जितने में लोग उन्हें मारने राजपाल यादव के पास आते हैं. और सीन को उससे पहले ही रोक दिया.