फरहान अख्तर आज भले ही बॉलीवुड के शानदार एक्टर, राइटर, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के तौर पर जाने जाते हों, लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में उनके शुरुआती दिन ग्लैमरस नहीं थे. हाल ही में एक इंटरव्यू में, '120 बहादुर' एक्टर ने अपने टीनएज के दिनों की एक ऐसी याद शेयर की जिसने उनके करियर को शुरू होने से पहले ही लगभग खत्म कर दिया था. उन्होंने यश चोपड़ा की 'लम्हे' के सेट पर एक्ट्रेस और सुपरस्टार श्रीदेवी से जुड़ी एक घटना को याद किया.
फरहान ने बताया कि वह सिर्फ 17 साल के थे और सिनेमैटोग्राफर मनमोहन सिंह के असिस्टेंट के तौर पर काम कर रहे थे. उन्होंने याद करते हुए कहा, "मैं मनमोहन सिंह का सातवां या आठवां असिस्टेंट था." उन्होंने आगे कहा, "सरोज जी की कोरियोग्राफी में तैयार हुआ एक पैशनेट डांस सीक्वेंस शूट हो रहा था. जब श्रीदेवी रिहर्सल कर रही थीं, मनमोहन सिंह ने लकड़ी के फर्श पर एक दाग देखा और किसी को उसे साफ करने के लिए कहा. क्योंकि मैं सबसे पास था, मैं उसे पोंछने के लिए दौड़ा."
लेकिन इसके बाद जो हुआ वह एक यंग असिस्टेंट के लिए बुरे सपने से कम नहीं था. उन्होंने कहा, "मैं मान जी के साथ तालमेल बिठाते हुए फर्श साफ करने के लिए नीचे झुका, तभी वह (श्रीदेवी) आईं, फिसलकर गिर गईं. मुझे आज भी स्लो मोशन में वह सीन याद है - श्रीदेवी हवा में उड़कर फर्श पर गिर गईं."
जैसे ही श्रीदेवी गिरीं, सेट पर सन्नाटा छा गया. फरहान ने घबराई हुई हंसी के साथ स्वीकार किया, "पूरी यूनिट स्तब्ध रह गई. मैंने सोचा, 'बस, मेरा करियर खत्म हो गया.'" एक नए लड़के के लिए, यह एक ऐसी दुर्घटना थी जो विनाशकारी हो सकती थी.
हालांकि, श्रीदेवी के रिएक्शन ने सब कुछ नॉर्मल कर दिया. गुस्से या हताशा के बजाय, उन्होंने हालात को शांति और प्यार से संभाला. उन्होंने मुस्कुराते हुए श्रीदेवी से कहा, "कोई बात नहीं, ऐसा होता है." "सभी ने उनकी बात मानी और हंसने लगे. तभी मैंने आखिरकार सांस ली."
उस पल को याद करते हुए, फरहान ने कहा कि वह हमेशा श्रीदेवी के आभारी रहेंगे. उन्होंने आगे कहा, "मैं हमेशा श्रीदेवी का आभारी रहूंगा - मुझे सच में लगता है कि मेरा करियर उन्हीं की बदौलत है."