शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा ने हाल में सिद्धार्थ कन्नन से एक लंबी बातचीत की. इसमें उन्होंने उस समय को भी याद किया जब उनके परिवार की इनकम काफी सीमित थी और उनके पिता शत्रुघ्न सिन्हा को खाना और बस की टिकट के बीच किसी एक को चुनना होता था. लव ने बताया कि अपने शुरुआती दिनों में शत्रुघ्न सिन्हा को अपने खर्च मैनेज करने में बहुत मुसीबत होती थी.
शत्रुघ्न का स्ट्रगल
अपने पिता और बहन के स्ट्रगल के बारे में बात हुई तो लव ने कहा कि सोनाक्षी सिन्हा को ज्यादा स्ट्रगल नहीं करना पड़ा क्योंकि वह अपनी पहली फिल्म से ही स्टार बन गईं. लव ने उन दिनों की बातें याद कीं जब उनके पिता शत्रुघ्न फ्राईनैंशियल क्राइसिस में थे. लव ने कहा, "कई बार उन्हें अपनी मीटिंग्स के लिए बस से सफर करने या खाने के लिए पैसे बचाने में से किसी एक को चुनना पड़ता था. कभी-कभी वह खाना खाते थे और मीलों पैदल चलते थे." कभी-कभी समय बचाने के लिए वह खाना छोड़ देते थे. लव ने बताया कि एक समय ऐसा भी आया था जब उन्हें खुद पर शक होता था...और सोचते थे कि क्या पटना छोड़कर अपने सपनों के लिए मुंबई जाना सही फैसला था. कई बार ऐसा भी हुआ जब उनका करियर पीक पर था. हमारा घर, भले ही उस समय छोटा था लेकिन लोगों से भरा रहता था. फिर जब उनकी फिल्में नहीं चल रही होती थीं, तो आसपास कोई नहीं होता था.
लव ने बताया कि ना तो शत्रुघ्न और ना ही सोनाक्षी ने कभी किसी से उन्हें अपनी किसी भी फिल्म में लेने की रिक्वेस्ट नहीं की. लव ने कहा, यह बाहर से अच्छा और आसान लग सकता है लेकिन चीजें उनके लिए इतनी आसान नहीं थीं. “कई बार मैं ऑडिशन के लिए कहीं गया लेकिन मुझे लगा कि यहां कुछ और ही चल रहा है. जैसे, शायद मैं रोल में फिट नहीं हूं लेकिन मुझे भी ऑडिशन के लिए बुलाया गया है... बस इसके लिए. ऐसे ही बुलाया गया है, 'आ जाइए कर दीजिए पर उसे बाद देखा जाएगा'.
लव ने अपने पिता और अमिताभ बच्चन के बीच चल रही दोस्ती के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि जब आपके पास दो 'बेस्ट एक्टर' हों तो कॉम्पिटीशन होना नैचुरल है, हालांकि उनके बीच कुछ भी पर्सनल नहीं था.
लव सिन्हा का फिल्मी करियर
लव सिन्हा अब गदर 2 की रिलीज का इंतजार कर रहे हैं. वह 11 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली फिल्म में सनी देओल, उत्कर्ष गुप्ता और अमीषा पटेल के साथ नजर आएंगे. फिल्म का डायरेक्शन अनिल शर्मा ने किया है.