फिल्म इंडस्ट्री में कई ऐसे सुपरस्टार्स हैं जिनका घर किसी स्टार की स्टारडम से ज्यादा चर्चा में रहता है. जैसे सलमान खान का गैलेक्सी अपार्टमेंट, शाहरुख खान का मन्नत और अमिताभ बच्चन का बंगला जलसा. इन स्टार्स की तरह एक स्टार और थे जिनका घर बहुत फेमस था, वो स्टार थे बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना. राजेश खन्ना की फिल्में जितनी फेमस रहीं उतना ही चर्चा में रहा उनका बंगला ‘आशीर्वाद'.
‘आशीर्वाद' कभी फैंस के लिए किसी मंदिर से कम नहीं हुआ करता था. लेकिन उनके जाने के बाद ये बंगला भावनाओं से ज्यादा कानूनी कागजों में सिमट गया. फिल्म इंडस्ट्री में इसे उन कहानियों में गिना जाता है जहां शोहरत के पीछे रिश्तों और संपत्ति की लड़ाई ने जगह ले ली. हालांकि राजेश खन्ना के जीते जी भी एक वक्त ऐसा आया था जब ये घर बिकने की कगार पर आ गया था, तब सलमान ने राजेश खन्ना को एक ऑफर भी दिया था, लेकिन वो ऑफर सुनकर एक्टर भड़क गए थे.
अमिताभ बच्चन ने ले ली राजेश खन्ना की जगह
लेखक चिंतामणी ने अपनी किताब में लिखा है, ‘राजेश खन्ना को तेजी से मिली सफलता की तरह, उनका पतन भी तेजी से हुआ. 1973 में ‘जंजीर' फिल्म की रिलीज के साथ उनका स्टारडम खतरे में पड़ गया, जिसने अमिताभ बच्चन को हिंदी सिनेमा के नए एंग्री यंग मैन के रूप में पहचान दिलाई. शोले और दीवार जैसी फिल्मों के साथ, बच्चन ने खन्ना की स्टारडम को पीछे छोड़ दिया. राजेश ने अपने करियर को फिर से जिंदा करने की कोशिश की, लेकिन वो उस शोहरत या पैसे वाले रुतबे को कभी हासिल नहीं कर पाए जो उन्होंने कभी एन्जॉय किया था.
बिकने की कगार पर आ गया 'आशीर्वाद'
किताब में ये भी बताया गया है कि इसी दौरान राजेश खन्ना को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से एक नोटिस मिला जिसमें डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा के बकाया पैसे चुकाने की मांग की गई. इस नोटिस से एक्टर को काफी धक्का लगा. तब सलमान खान और सोहेल खान ने स्क्रीन राइटर रूमी जाफरी को कॉल किया और आशीर्वाद खरीदने की इच्छा जताई.
सलमान बंगले को खरीदने के लिए इतना जुझारू थे कि उन्होंने राजेश खन्ना के प्रोडक्शन हाउस में फ्री में काम करने का ऑफर भी रखा. जब ये बात रूमी ने एक्टर को बताई तो वो बुरी तरह भड़क गए और कहा ‘मैं तुम्हें दामाद मानता हूं और तू मेरा घर बिकवाना चाहता है, मुझे सड़क पर लाना चाहता था.' किताब में इस बात भी जिक्र किया गया है कि जब बाद में राजेश खन्ना सोहेल खान से मिले तो उन्होंने उन्हें डांट भी लगाई थी.