माधुरी दीक्षित ने संजू बाबा को कहा था फेवरेट पार्टनर, धक-धक गर्ल को आई लव यू कहते फिरते थे एक्टर

1992 तक, खलनायक की शूटिंग के दौरान, फिल्म प्रेस ने संजय दत्त और माधुरी को खुलेआम कपल कहना शुरू कर दिया. उनकी आपसी दोस्ती साफ थी और माधुरी ने इसे छिपाने की कोई कोशिश नहीं की.

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काफी गहरी थी संजू बाबा और माधुरी दीक्षित की दोस्ती
नई दिल्ली:

संजय दत्त की जिंदगी उतार-चढ़ाव की एक ऐसी महागाथा है, जिसकी कल्पना करना आसान काम नहीं. स्क्रीन के दिग्गज सितारों सुनील दत्त और नर्गिस के बेटे संजय का बचपन कठिनाइयों से भरा था. इसके बाद उनकी मां की कैंसर से लंबी लड़ाई और उनकी अपनी नशे की लत से जूझने की कहानी रही. 1980 के दशक के आखिर तक, जब उनकी करियर ने आखिरकार रफ्तार पकड़ी, तब एक और त्रासदी ने दस्तक दी. उनकी पत्नी रिचा शर्मा को कैंसर का पता चला. कई सर्जरी के बाद रिचा का कैंसर ठीक हो गया, लेकिन इस नाजुक दौर में संजय और रिचा का वैवाहिक जीवन भी टूट रहा था. तभी माधुरी दीक्षित की एंट्री हुई.

90 के दशक में संजय का पुनर्जनम थानेदार (1990) से शुरू हुआ, जिसमें माधुरी उनकी हीरोइन थीं. यह फिल्म अपने सुपरहिट गाने तम्मा तम्मा के लिए सबसे ज्यादा याद की जाती है, जिसमें नॉन-डांसर संजय ने डांसिंग दीवा माधुरी के साथ ताल मिलाने की कोशिश की.

थानेदार के अलावा, संजय ने माधुरी के साथ पहले खतरों के खिलाड़ी और कानून अपना अपना में भी काम किया था. दोनों ने साहिबां और महानता जैसी और फिल्में साइन की थीं और काफी समय साथ बिता रहे थे. जल्द ही मुंबई में उनके रोमांस की अफवाहें फैलने लगीं. जब साजन ब्लॉकबस्टर हुई तो उनकी केमिस्ट्री को इसका क्रेडिट दिया गया.
 

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संजू बाबा और माधुरी ने साथ में कई फिल्में कीं.

2023 में, खलनायक के 30 साल पूरे होने के मौके पर एक स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान, सुभाष घई ने संजय दत्त की ओर रुख किया और मजाक में कहा, “ये बोलता था, ये पिक्चर बहुत दूर तक जाएगी, पर देखता था माधुरी की तरफ.” संजय हैरान रह गए, हल्के से हंसे और जवाब देने के बजाय चुप रहना पसंद किया.

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साजन की सफलता या संजय की बढ़ती लोकप्रियता से ज्यादा, संजय-माधुरी की कहानी ने फिल्म मैगजीन के पन्ने भरे. उनके इनकार के बावजूद, टैब्लॉयड्स में गपशप और अटकलों की भरमार थी. मीडिया ने यह भी संकेत दिया कि संजय रिचा से तलाक लेने के बारे में सोच रहे थे.

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1992 तक, खलनायक की शूटिंग के दौरान, फिल्म प्रेस ने उन्हें खुलेआम कपल कहना शुरू कर दिया. उनकी आपसी दोस्ती साफ थी और माधुरी ने इसे छिपाने की कोई कोशिश नहीं की. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, “संजय दत्त मेरे फेवरेट पार्टनर हैं, वह एक सच्चे जोकर हैं… उनकी कहानियां मुझे हमेशा हंसाती हैं साथ ही वह जेंटलमैन भी हैं.”

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एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “संजू एक शानदार इंसान हैं. उनका दिल बहुत प्यार करने वाला है और आम धारणा के विपरीत, उनका ह्यूमर भी अच्छा है. वह अकेले शख्स हैं जो मुझे हमेशा हंसाते हैं. वह कोई खेल नहीं खेलते. वह खुले और सादगी भरे हैं.”

लेकिन माधुरी ने प्रेस को इससे ज्यादा कुछ नहीं कहा. सोर्सेज का मानना था कि उनका रिश्ता गंभीर था और शादी की चर्चाएं भी थीं. फिल्मफेयर ने एक कवर स्टोरी की जिसकी हेडलाइन थी “माधुरी टू मैरी?”, जिसमें इशारा दिया गया कि मधुरी 1994 में शादी करने की प्लानिंग बना रही थीं - यह नहीं बताया गया कि किससे - और शादी के बाद वह फिल्म इंडस्ट्री छोड़ देंगी.

इसी स्टोरी में यह बताया गया कि संजय और माधुरी साहिबां (1993) के मैसूर (अब मैसुरु) शेड्यूल के दौरान करीब आए थे और “संजय ने माधुरी के लिए प्रिंस चार्मिंग की तरह बर्ताव किया.” शेड्यूल के बीच में लोकेशन को मनाली की खूबसूरत पहाड़ियों में शिफ्ट किया गया. साहिबां के डायरेक्टर रमेश तलवार के मुताबिक, “वह (संजय) हमेशा माधुरी के पीछे-पीछे रहते थे और ‘आई लव यू' फुसफुसाते थे, इस बात की परवाह किए बिना कि आसपास और लोग भी थे.”

हालांकि रिचा अपने रिश्ते को बचाने की कोशिश करती दिख रही थीं, संजय ने 1993 की शुरुआत में तलाक के लिए अर्जी दाखिल कर दी. संजय और माधुरी की 1990 के दशक की आखिरी फिल्म साथ में महानता (1997) थी. इसके 22 साल बाद, दोनों ने 2019 की फिल्म कलंक में फिर से एक साथ स्क्रीन शेयर की.

(ये लेख यासिर उस्मान ने लिखा है)

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