2013 की फिल्म लुटेरा को आज यानी 5 जुलाई को रिलीज हुए 11 साल पूरे हो गए हैं. यह फिल्म बनाना फिल्म निर्माता विक्रमादित्य मोटवानी के लिए आसान नहीं था. हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने फिल्म पर काम करते समय बिताए गए "कठिन" समय को याद किया. उन्होंने यह भी बताया कि फिल्म के लीड एक्टर रणवीर सिंह को दार्जिलिंग में फिल्म के सेट से एयरलिफ्ट क्यों करना पड़ा था. यूट्यूब चैनल द कमेंट सेक्शन पर बात करते हुए मोटवानी ने शेयर किया, "यह शूट करने के लिए एक बेहद कठिन फिल्म थी. स्क्रिप्ट बहुत अच्छी थी और हमारे पास एक्टर्स और एक क्रू था जो इसमें बहुत इन्वेस्टेड था. हमें दिसंबर में डलहौजी में शूटिंग करनी था. उन्होंने मुझे ऐसा ना करने के लिए कहा लेकिन मैं चाहता था कि एक्टर्स असल में ठंड महसूस करें और उनके मुंह से धुआं निकलता हुआ दिखे. मुझे लगा कि यह स्क्रीन पर बहुत अच्छा लगेगा."
जब मोटवानी नए साल से एक दिन पहले फिल्म की शूटिंग के लिए डलहौजी पहुंचे तो वहां बर्फ नहीं थी. हालांकि अगले कुछ दिनों में मौसम के हालात बदल गए. फिल्म निर्माता ने बताया, "बहुत बर्फबारी हुई हमारा सेट ढह गया. हम डलहौजी में फंस गए क्योंकि वहां बहुत बर्फबारी हुई थी. हम शूटिंग नहीं कर सके." मोटवानी याद किया कि लुटेरा की टीम के साथ डलहौजी जाने से पहले रणवीर सिंह को जिम में चोट लग गई थी. आखिरकार चोट और गंभीर हो गई क्योंकि रणवीर ने दर्द के बावजूद शूटिंग जारी रखी.
मोटवानी ने कहा, "रणवीर सिंह डलहौजी के लिए निकलने से एक दिन पहले मुझसे मिले और उन्होंने कहा, 'यार मेरी पीठ में थोड़ी तकलीफ हो रही है.' शूटिंग के दो दिन के अंदर ही उनकी पीठ ने पूरी तरह से काम करना बंद कर दिया. उन्हें इसका एहसास नहीं हुआ लेकिन यह तब हुआ जब हम उस दृश्य की शूटिंग कर रहे थे जिसमें उनकी पीठ पर गोली लगी हुई थी. क्योंकि उन्हें क्लिप से दर्द हो रहा था इसलिए उन्होंने अपनी पीठ में होने वाली ऐंठन को नोटिस नहीं किया. रणवीर की हालत इतनी खराब हो गई कि उनके लिए वहां हेलीकॉप्टर मंगवाना पड़ा.”
आखिरकार लुटेरा को गर्मियों के दौरान शूट करना पड़ा और मोटवानी ने मई के गर्म मौसम में बर्फ का असर पैदा करने के लिए इंग्लैंड से किसी को बुलाया. सोनाक्षी सिन्हा की इस फिल्म को क्रिटिक्स ने खूब सराहा लेकिन यह बॉक्स-ऑफिस पर सफल नहीं हो सकी.