70 के दशक में हिंदी फिल्मों के जाने-माने कलाकार जिन्होंने अपनी फिल्म में अक्सर आम आदमी का रोल निभाकर दर्शकों का दिल जीता है. हम बात कर रहे हैं अमोल पालेकर की, उनको लोग मिडिल क्लास का हीरो भी कहकर बुलाते थे. उस समय वो एक सुपरस्टार की तरह थे. अमोल पालेकर की पिक्चर्स की कहानियां उस समय की ज्यादातर फिल्मों से अलग मिडिल क्लास परिवार से जुड़ी कहानियों पर फोकस्ड होती थीं. अमोल पालेकर अपनी फिल्मों और एक्टिंग में जान डाल देते थे. उन्होंने एक इंटरव्यू में बातचीत के दौरान एक किस्सा सुनाया है जहां पर उनको असली एक्सप्रेशंस निकलवाने के लिए अपनी ही को-स्टार स्मिता पाटिल को थप्पड़ मारना था लेकिन स्मिता पाटिल को बिना बताए ही ऐसा करना था. तो चलिए जानते हैं कि उन्होंने एक्टिंग की थी और कैसे अपनी को-स्टार को समझाया था.
अमोल पालेकर ने क्या बताया?
लल्लनटॉप के साथ हो रहे इंटरव्यू के दौरान अपनी फिल्म भूमिका का किस्सा सुनाते हुए बताया कि, श्याम बेनेगल ने मुझसे कहा कि मुझे बिना बताए स्मिता पाटिल को थप्पड़ मारना है. तो मैंने कहा, 'नहीं, मैं ऐसा नहीं कर सकता.' मैंने ऐसा कुछ भी करने से मना कर दिया था जो पहले से रिहर्स ना किया गया हो. क्योंकि आपके को-स्टार को पता होना चाहिए कि आप क्या करने जा रहे हैं. मेरे हिसाब से उनकी जानकारी के बिना कुछ भी करना गलत है और इसलिए मैं ऐसा नहीं करता. 'मैं एक महिला पर हाथ कैसे उठा सकता हूँ?' श्याम बहुत परेशान हो गए. उन्होंने कहा, 'ये एक आदेश है'. मैं बिल्कुल टूट गया था. लेकिन उन्होंने उनकी बात मानी और सीन करना शुरू किया था. उन्होंने आगे बताया कि, "शॉट शुरू हुआ और स्मिता ने एक्टिंग करनी शुरू कर दी थी और मैंने एक समय पर, मैंने उसका हाथ पकड़ा और उसको थप्पड़ मार दिया."
थप्पड़ से सन्न रह गई थीं स्मिता
बिना बताए हुए थप्पड़ ने स्मिता की तरफ से एक नेचुरल एक्सप्रेशन आया, जिसे कैमरे ने कैद कर लिया. पालेकर ने आगे बताया कि, "जिस तरह से स्मिता के हाव-भाव बदल गए, उनको विश्वास ही नहीं हुआ कि उन्होंने उसे थप्पड़ मारा है. वे बिल्कुल शांत हो गई थीं और काफी अपमानित के साथ क्रोधित महसूस कर रही थी. इसी बीच कैमरा लगातार चल रहा था उसने कट नहीं किया. कैमरे में उनके सारे नेचुरल एक्सप्रेशन कैद हो गए थे. लेकिन सिर्फ कैमरा ही नहीं, मैं भी उसे घूर रहा था. मैं सबकुछ भूल गया था और मुझे ये भी नहीं समझ आ रहा था कि मैं कैसे रिएक्ट करूं.
सीन कट होते ही दोनों लगे रोने
उन्होंने बताया कि, जैसे ही सीन खत्म हुआ, वो तुरंत स्मिता के पास माफी मांगने के लिए दौड़े थे. उन्होंने कहा कि, जिस वक्त श्याम बेनेगल ने कहा 'कट' मैं स्मिता के पास पहुंचा और तुरंत उनको गले से लगा लिया था. मैंने उनसे माफी मांगी और मैनें कहा कि, 'मुझे बहुत दुख है स्मिता.' और हम दोनों रो पड़े. हम दोनों बहुत रोए थे.
कब हुई थी फिल्म भूमिका रिलीज?
साल 1997 में फिल्म भूमिका रिलीज हुई थी, जिसका निर्देशन श्याम बेनेगल ने किया था. इस फिल्म में नसीरुद्दीन शाह, अमरीश पुरी और सुलभा देशपांडे भी अहम किरदार निभाते नजर आए थे.