‘कितने आदमी थे' और ‘अब तेरा क्या होगा कालिया' जैसे डायलॉग्स को अमर कर देने वाले अमजद खान भी लोगों के दिलों में अमर हैं. थियेटर से अपने करियर की शुरुआत करने वाले अमजद ने फिल्मों में वह मुकाम हासिल किया जो मील का पत्थर बन गया. उनकी अदाकारी के लोग इस कदर कायल थे कि जब वह विलेन बने चो लोग उनसे नफरत करने लगे और जब कॉमेडी की तो पेट पकड़कर हंसने पर मजबूर कर दिया. बॉलीवुड के गब्बर सिंह यानी अमजद खान चाय के बड़े शौकीन थे. एक बार तो चाय की दीवानगी में सेट पर भैंस लेकर पहुंच गए.
चाय के दीवाने थे अमजद खान
अमजद खान को चाय का इस कदर शौक था कि वह दिन में 30 कप तक चाय पी लिया करते थे. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उनकी चाय की इस आदत से उनका स्टाफ भी परेशान था. एक बार एक ड्रामा के सेट पर अमजद खान को चाय नहीं मिली तो वह नाराज हो गए और स्टाफ को बुलाकर इसकी वजह पूछी. इस पर स्टाफ ने बताया कि उनकी 25-30 कप चाय बनाने में दूध खत्म हो जाता है. दूध न होने की वजह से उन्हें चाय नहीं मिल पाई थी. इस पर अमजद ने भी कुछ कमाल कर दिया. अगले दिन सेट पर वह भैंस लेकर पहुंच गए और कहा कि अब उनकी चाय के लिए दूध कम नही पड़ना चाहिए.
चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर की थी शुरुआत
अमजद खान ने महज 11 साल की उम्र में चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर फिल्म ‘नाजनीन' में काम किया था. अमजद के पिता जयंत भी फिल्म में एक्टर थे. जयंत और सलीम खान की अच्छी दोस्ती थी. सलीम अक्सर जयंत के यहां आते जाते थे और इसी दौरान फिल्म शोले में गब्बर सिंह के रोल के लिए उनकी नजर अमजद पर पड़ी. अमजद ने ऑडिशन दिया और फिर इस रोल के लिए चुने गए. फिल्म शोले ने उनकी किस्मत ही बदल दी.