सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को बॉलीवुड का शहंशाह कहना गलत नहीं होगा. पिछले 5 दशक से फिल्मों में अपने अभिनय का जलवा दिखा रहे अमिताभ ने कभी बॉलीवुड को छोड़ने का फैसला ले लिया था. आज बॉलीवुड में अपनी जड़े जमा चुके मेगास्टार अमिताभ ने कभी अपनी असफलताओं से हार कर बॉलीवुड छोड़ने का मन बना लिया था. उस वक्त बॉलीवुड के एक दिग्गज एक्टर ने अमिताभ को संभाला था और नई राह दिखाई थी.
लगातार फ्लॉप रही बिग बी की फिल्में
शोले, अग्निपथ, दीवार और शहंशाह जैसी ढेरों फिल्मों में अपनी पावरपैक परफॉर्मेंस से दर्शकों का दिल जीत लेने वाले अमिताभ ने करियर की शुरुआत में ही कई असफलताओं का सामना किया. एक समय ऐसा भी था जब उनकी लगातार फ्लॉप फिल्में मिलने के कारण कोई भी डायरेक्टर उन्हें अपनी फिल्मों में नहीं लेना चाहता था. सात हिंदुस्तानी (1969), संजोग (1972), प्यार की कहानी (1971), रास्ते का पत्थर (1972), जबान (1972), एक नजर (1972), बंसी बिरजू (1972), बंधे हाथ (1973) और अन्य कई अमिताभ की फिल्में फ्लॉप रहीं. यह उनके जीवन का वह दौर था जब उन्होंने कथित तौर पर बॉलीवुड को हमेशा के लिए अलविदा कहने का फैसला किया था. कुछ रिपोर्ट्स का दावा है कि अपने करियर में मिल रही निराशा के कारण उन्होंने हमेशा के लिए मुंबई छोड़ने का फैसला कर लिया था.
मनोज कुमार बने सहारा
उसी समय बॉलीवुड के एक दिग्गज अभिनेता ने अमिताभ बच्चन के करियर को पटरी पर लाने में मदद की और वह कोई और नहीं बल्कि मनोज कुमार थे. उन्होंने बिग बी को एक मौका देने का फैसला किया और अमिताभ बच्चन को अपने साथ काम करने का ऑफर दिया. उन्होंने उनके साथ रोटी कपड़ा और मकान (1974) फिल्म में काम किया. यह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह अमिताभ बच्चन के करियर की पहली ब्लॉकबस्टर फिल्म थी. इसके बाद अमिताभ के किस्मत का सितारा चमका और वह सुपरस्टार बने.