बेहद खूबसूरत और हाईएस्ट पेड एक्ट्रेस थी वहीदा रहमान की 'ननद', देव आनंद के भाई की पार्टनर प्रिया की भतीजों ने की थी हत्या, रूह कंपाने वाली दर्दनाक दास्तां

बॉलीवुड एक्ट्रेस वहीदा रहमान ने एक्टर शशि रेखी से शादी की. हालांकि आज हम बात करेंगे वहीदा रहमान की ननद यानी शशि  रेखी की बहन की. जो उस जमाने की मशहूर एक्ट्रेस थीं.

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शशि रेखी की बहन का नाम था प्रिया राजवंश
नई दिल्ली:

बॉलीवुड एक्ट्रेस वहीदा रहमान का जन्म 3 फरवरी, 1938 को तमिलनाडु के चेंगलपट्टू में एक पारंपरिक मुस्लिम परिवार में हुआ था. भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैली, भरतनाट्यम में प्रशिक्षण लेने के बाद उन्होंने साउथ सिनेमा में करियर बनाया.  बाद में फिल्म निर्देशक राज खोसला की फिल्म सीआईडी ​से उन्होंने हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया. अपनी दूसरी फिल्म प्यासा से वह 50 के दशक के उभरती हुई सितारा बन गईं.  उसके बाद उन्होंने एक से बढ़ कर एक हिट फिल्में दी. पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने उस दौर के एक्टर शशि रेखी से शादी की. हालांकि आज हम बात करेंगे वहीदा रहमान की ननद यानी शशि  रेखी की बहन की. जो उस जमाने की मशहूर एक्ट्रेस थीं.

 शशि रेखी की बहन का नाम था प्रिया राजवंश. वह देव आनंद के भाई चेतन आनंद के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थीं. प्रिया अपने समय की सबसे अधिक भुगतान पाने वाली अभिनेत्रियों में से एक थीं. उन्हें आज भी उनके अभिनय के लिए याद किया जाता है. प्रिया राजवंश और चेतन आनंद को हीर रांझा की मेकिंग के दौरान प्यार हो गया था. 16 साल की उम्र के अंतर के बावजूद प्रिया और चेतन एक-दूसरे को लेकर काफी सीरियस थे.  जब वे साथ रहने लगे तो चीजें एक बड़ा मोड़ ले गईं. 6 जुलाई, 1997 तक उनके घर में सब कुछ बिल्कुल ठीक था. हालांकि जब चेतन आनंद का 82 साल की उम्र में निधन हो गया तो प्रिया पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा.  

वहीदा रहमान की 'ननद प्रिया राजवंश की देव आनंद के भतीजों ने हत्या की 

बता दें कि चेतन आनंद प्रिया राजवंश के साथ अपने रिश्ते की शुरुआत से पहले उमा आनंद से विवाहित थे. निर्देशक को अपनी पत्नी उमा आनंद के साथ दो बेटे केतन आनंद और विवेक आनंद हुए. उमा आनंद से अलग होने के बाद चेतन आनंद ने अपनी संपत्ति अपने बेटों और प्रिया राजवंश को बांट दी थी. 27 मार्च, 2000 को प्रिया राजवंश चेतन आनंद के रुइया पार्क बंगले में मृत पाई गई थी. कुछ जांच के बाद, मुंबई पुलिस ने केतन आनंद और विवेक आनंद के साथ-साथ दो कर्मचारियों माला चौधरी और अशोक चिन्नास्वामी पर हत्या के आरोप लगाए.यह 2001 की बात है, जब एक ट्रायल कोर्ट ने उन्हें आजीवन कारावास या मौत की सजा वाले अपराध के लिए उकसाने का दोषी ठहराया था. अदालत ने उन दोनों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई, लेकिन वे मुंबई उच्च न्यायालय चले गए. वहीं प्रिया राजवंश की हत्या में शामिल केतन और विवेक को जमानत मिल गई. 
 

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