स्टार बनने के लिए सालों की मेहनत लगती है. एक मौका आपको आम से खास बना देता है और इस मौके तक पहुंचते पहुंचते आपको कई दफा खूब पापड़ भी बेलने पड़ते हैं. रजनीकांत, शाहरुख खान, अक्षय कुमार, नवाजुद्दीन सिद्दीकी इन सभी ने फिल्मी दुनिया में एंट्री लेने से पहले खूब पापड़ बेले हैं और आज एक ऐसा मुकाम पर हैं जिसका सपना हर कोई देखता है. आज इस आर्टिकल में भी हम आपको एक ऐसे स्टार से मिलवाने वाले हैं जो आज तो करोड़ों का मालिक है लेकिन कभी अपने लुक और हाइट की वजह से रिजेक्ट हो गया था.
ये वो है जिसने ना केवल हीरो बनकर बल्कि विलेन के रोल में भी अपनी एक्टिंग से दर्शकों को इंप्रेस किया. इतना ही नहीं ये अपनी परफॉर्मेंस के लिए नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी जीत चुके हैं. इंडस्ट्री में नाम कमाने और मौका पाने से पहले इन्होंने अपना खर्च चलाने के लिए सेल्समैन के तौर पर काम किया. उन्होंने रजनीकांत और थलपति विजय जैसे कई एक्टर्स के साथ काम किया है और अब शाहरुख खान के साथ जवान में आए हैं. ये कोई और नहीं बल्कि विजय सेतुपति हैं.
16 जनवरी 1978 को जन्मे विजय सेतुपति का राजपलायम में पले बढ़े. छठी क्लास से उन्होंने चेन्नई में पढ़ाई की. विजय ने बताया कि वह स्कूल में 'एवरेज से कम वाले स्टूडेंट' थे और कोडंबक्कम और लिटिल एंजल्स मैट में एमजीआर हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ते थे. उन्होंने थोरईपाकम में धनराज बैद जैन कॉलेज (मद्रास विश्वविद्यालय से संबद्ध) से कॉमर्स में डिग्री ली.
उन्होंने 16 साल की उम्र में नम्मावर (1994) में एक रोल के लिए ऑडिशन दिया था लेकिन उनकी कम हाइट के कारण उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था. उन्होंने पैसे कमाने के लिए एक रिटेल स्टोर में सेल्समैन, एक फास्ट फूड ज्वाइंट में कैशियर से लेकर एक फोन बूथ ऑपरेटर तक कई छोटी-मोटी नौकरियां कीं. फिर कॉलेज खत्म करने के बाद वह एक थोक सीमेंट बिजनेस में असिस्टेंट अकाउंटेंट के रूप में शामिल हो गए. बाद में, वह एक अकाउंटेंट के रूप में दुबई चले गए क्योंकि उन्हें भारत से ज्यादा सैलरी मिल रही थी और उन्हें अपने तीन भाई-बहनों की भी देखभाल भी करनी थी.
दुबई में, वह अपनी जेसी से ऑनलाइन मिले और 2003 में शादी के बंधन में बंधने से पहले दोनों ने लंबे समय तक डेटिंग की. वह अपनी नौकरी से नाखुश होकर भारत लौट आए और एक मार्केटिंग कंपनी में शामिल हो गए. इसके बाद वह एक अकाउंटेंट और एक्टर के तौर पर चेन्नई के थिएटर ग्रुप कुथु-पी-पट्टराई में शामिल हो गए और एक्टर्स को करीब से देखा.
इसके बाद विजय सेतुपति ने कुछ फिल्मों में बैग्राउंड एक्टर के तौर पर काम किया और 2006 में पॉपुलर सीरीज पेन समेत कई टीवी शो में काम किया. उन्होंने कार्तिक सुब्बाराज के साथ कई शॉर्ट फिल्मों में काम किया जिन्होंने बाद में उन्हें फीचर फिल्मों में भी लिया. एक बैग्राउंड एक्टर के तौर पर स्ट्रगल करने के बाद विजय सेतुपति को आखिरकार 2010 में रामासामी की ड्रामा फिल्म थेनमेरकु पारुवाकात्रु में लीड एक्टर के तौर पर में ब्रेक मिला. इसमें उन्होंने एक चरवाहे का रोल किया था. फिल्म ने तीन राष्ट्रीय पुरस्कार जीते.
2012 विजय सेतुपति के करियर का बड़ा टर्निंग पॉइंट था. क्योंकि उस साल रिलीज हुई तीन फिल्में कमर्शियली सक्सेसफुल रहीं. ये तीन फिल्में थीं सुंदरपांडियन, पिज्जा, कॉमेडी एंटरटेनर नादुवुला कोनजम पक्काथा कानोम. इसके बाद से विजय के करियर की गाड़ी ऐसी दौड़ी कि आज उनकी गिनती बड़ी स्टार्स में होती है. जवान में उन्होंने अपने रोल के लिए 21 करोड़ रुपये चार्ज किए. इतना ही नहीं एक्टर 140 करोड़ रुपये की नेट वर्थ के साथ साउथ इंडस्ट्री में बड़े बैंकेबल स्टार्स में एक हैं.