भारत के सबसे बड़े और सबसे प्रीमियम सिनेमा एग्जिबिटर, पीवीआर आईनॉक्स, शरत चंद्र चट्टोपाध्याय के 1914 के प्रतिष्ठित बंगाली उपन्यास पर आधारित रोमांटिक ड्रामा, परिणीता के 20 साल पूरे होने के मौके पर इस फिल्म को री-रिलीज करने वाले हैं. यह री-रिलीज ना केवल परिणीता की लीगेसी का जश्न मनाती है. बल्कि विद्या बालन की शानदार लंबी पारी को भी सेलिब्रेट करती है. इसके साथ ही ये मौका विधु विनोद चोपड़ा के लिए भी खास है क्योंकि विनोद चोपड़ा फिल्म्स के भी 50 साल पूरे हो रहे हैं.
क्रिटिक्स और दर्शक दोनों की कसौटी पर खरी उतरी थी परिणीता
परिणीता उन फिल्मों में से एक है जिन्हें 2005 में अपनी असल रिलीज पर क्रिटिक्स से तारीफ और बॉक्स ऑफिस पर सक्सेस दोनों चीजें मिलीं. विधु विनोद चोपड़ा के बैनर तले आई और दिवंगत प्रदीप सरकार के डायरेक्शन में बनी थी. इस फिल्म ने अपने अंदाज से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. सैफ अली खान, विद्या बालन और संजय दत्त की शानदार परफॉर्मेंस से सजी, परिणीता दर्शकों के दिलों में आज भी गूंज रही है. फिल्म को कोलकाता के कुछ बेहद खूबसूरत लोकेशन्स पर फिल्माया गया है, जिससे इसकी कहानी में जगह की एक अलग खूबसूरती नजर आती है.
8k वर्जन में रिलीज होगी परिणीता
रीस्टोर और रीमास्टर्ड रिलीज़ के बारे में बात करते हुए, विधु विनोद चोपड़ा ने कहा, "परिणीता ने हमेशा मेरे दिल में एक खास जगह बनाई है. यह सिर्फ एक फिल्म नहीं है. यह प्यार, शान और इमोशन से भरा एक म्यूजिकल सफर है. हर फ्रेम अपनी भावनाएं समेटे हुए है जो कहानी के साथ इस तरह विकसित होती है कि किसी गहरे एहसास को छू जाती है. अब रीस्टोर और रीमास्टर्ड 8k वर्जन में सीन और भी शानदार हैं और खूबसूरत लोकेशन और भी खूबसूरत दिख रही हैं."
विद्या बालन के लिए खास है हर फ्रेम
परिणीता से अपने करियर की शुरुआत करने वाली विद्या बालन ने कहा, "यह मेरे लिए बेहद भावुक पल है. परिणीता ही वह जगह है जहां से यह सब शुरू हुआ था... फिल्म का हर फ्रेम मेरे दिल का एक टुकड़ा समेटे हुए है, और मैं प्रदीप दा (मेरे दादा) और श्री विनोद चोपड़ा की मुझ पर विश्वास करने के लिए हमेशा आभारी रहूंगी. एक कलाकार के रूप में मैं जो कुछ भी हूं उसके लिए मैं इस फिल्म की बहुत आभारी हूं. इतने सालों बाद भी लोग इस फिल्म, इसके गानों और इसने उन्हें कैसा महसूस कराया, उसे याद करते हैं. लोग कहते हैं कि फिल्म का हर फ्रेम एक पेंटिंग की तरह है... और यही प्रदीप सरकार का जादू है... इसलिए मुझे उम्मीद है कि लोग और नई पीढ़ी परिणीता के जरिए पुराने जमाने के प्यार को खोज पाएंगे."
विद्या बालन को 6 महीने की मेहनत के बाद मिली थी परिणीता!
imdb पर दी गई जानकारी के मुताबित विधु विनोद चोपड़ा लोलिता के रोल के लिए किसी ऐसी एक्ट्रेस को चाहते थे जो इंडस्ट्री में नाम बना चुकी हो जैसे ऐश्वर्या राय बच्चन या रानी मुखर्जी. विद्या ने स्क्रीन टेस्ट दिया और एक बार नहीं वे इस रोल के लिए 6 महीने तक ऑडिशन देती रहीं जब तक कि विधु विनोद चोपड़ा पूरी तरह कन्विंस नहीं हो गए कि विद्या ही इस रोल के लिए सही हैं.