तमिल सिनेमा के मशहूर एक्टर और हास्य कलाकार एस. कृष्णमूर्ति का 71 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उन्हें 'माधवन बॉब' के नाम से भी जाना जाता था. कैंसर से पीड़ित अभिनेता ने 2 अगस्त को अपने चेन्नई, अडयार स्थित आवास पर अंतिम सांस ली. उनके निधन से तमिल फिल्म उद्योग और प्रशंसक काफी दुखी हैं. माधवन बॉब का जन्म 19 अक्टूबर 1953 को हुआ था. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक संगीतकार के रूप में की और बाद में अभिनय में कदम रखा. अपने कॉमेडी के अनोखे अंदाज, हाव-भाव और आंखों की अभिव्यक्ति के लिए मशहूर बॉब ने तमिल सिनेमा में सहायक भूमिकाओं में अपनी खास पहचान बनाई. उनकी प्रेरणा दिग्गज कॉमेडी एक्टर काका राधाकृष्णन थे. उनके फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1984 में बालू महेंद्रा की फिल्म 'नींगल केट्टवई' से हुई, लेकिन उनकी पहली प्रमुख फिल्म 'वानमे एल्लई' थी.
माधवन बॉब ने 700 से ज्यादा फिल्मों में काम किया, जिनमें 'थेनाली' (डायमंड बाबू), 'पम्मल के. संबंदम', 'फ्रेंड्स' (मैनेजर सुंदरेश्वरन) और 'साथी लीलावती' जैसी फिल्में शामिल हैं. वह रजनीकांत, कमल हासन, अजित कुमार, सूर्या और विजय जैसे सितारों के साथ काम कर चुके हैं. उनके कॉमेडी का तरीका दर्शकों को खासा पसंद आता था, जो गंभीर थीम वाली फिल्मों में भी मजेदार टच देते थे. वह तमिल के साथ ही दो मलयालम और एक हिंदी फिल्म में भी काम कर चुके हैं.
संगीत के क्षेत्र में भी माधवन बॉब का योगदान उल्लेखनीय रहा. उन्होंने विक्कु विनायकरम और हरिहर शर्मा जैसे गुरुओं से पश्चिमी शास्त्रीय और कर्नाटक संगीत की शिक्षा ली थी. वह सन टीवी के लोकप्रिय शो 'असथापोवथु यारु' में जज के रूप में भी नजर आए थे.
माधवन बॉब के निधन से आहत अभिनेता, डांसर प्रभुदेवा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “उनकी मौजूदगी सेट पर हमेशा खुशी लाती थी. हमने कई बार स्क्रीन शेयर की, वह हंसमुख, विनम्र और शानदार इंसान थे. माहौल खुशनुमा रखते थे. उनके परिवार के प्रति संवेदना। उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा." उनके परिवार में उनकी पत्नी और बच्चे हैं.