सुनामी... ये शब्द सुनते ही आंखों के सामने एक खौफनाक मंजर आ जाता है. तेज रफ्तार से उठती पानी की विशाल लहरें, जो सब कुछ बहा ले जाती हैं, घर, गाड़ियां, इंसान, सपने. जब समंदर अपनी हदें पार करता है तो सिर्फ लहरें नहीं आतीं, बल्कि जिंदगियां पलट जाती हैं. ऐसे ही सच्चे और डरावने हादसों पर कुछ फिल्में बनी हैं जो आपको सोचने पर मजबूर कर देंगी. आइए जानते हैं उन 5 फिल्मों के बारे में जो सुनामी की तबाही और उससे जूझते इंसानों की कहानियां दिखाती हैं. इन फिल्मों को देखकर आप महसूस करेंगे कि कुदरत की मार कितनी भयानक हो सकती है.
द इम्पॉसिबल (The Impossible)
2004 की भयावह सुनामी की सच्ची घटना पर बनी ये फिल्म एक परिवार की कहानी है जो छुट्टियां मनाने थाईलैंड गया था. लहरें सब कुछ बहा ले जाती हैं लेकिन उम्मीद साथ नहीं छोड़ती. फिल्म का हर सीन इतना रियल लगता है कि देखने वाले की आंखें नम हो जाएं. ये सिर्फ एक डिजास्टर फिल्म नहीं, इंसानी हौसले की कहानी है.
ह्यूनडे (Tidal Wave / Haeundae)
दक्षिण कोरिया की इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक आम दिन अचानक खौफ में बदल जाता है. लोग समुद्र तट पर एंजॉय कर रहे होते हैं, तभी एक भयानक लहर सब कुछ तबाह कर देती है. फिल्म में इमोशन, ड्रामा और तबाही सब कुछ दिल को छूने वाला है.
बेट (Bait )
सोचिए, सुनामी आ जाए और आप एक शॉपिंग मॉल में फंस जाएं. ऊपर से वहां खतरनाक शार्क भी घूम रही हो. ये फिल्म इसी थ्रिल को दिखाती है. एक अलग ही कॉन्सेप्ट है जिसमें डिजास्टर और हॉरर दोनों का जबरदस्त तड़का है.
कडल (Kadal)
तमिल सिनेमा की ये फिल्म समंदर से जुड़े इमोशंस को बहुत गहराई से दिखाती है. इसमें सुनामी का डर और उसका असर सीधे नहीं दिखाया गया, लेकिन जो अहसास है वो दिल को छू जाता है. कहानी, म्यूजिक और सिनेमेटोग्राफी – सब मिलकर इसे खास बनाते हैं.