साउथ की फिल्में हिट क्यों हो रही है? क्या उनके पास कोई जादुई चिराग है जो बॉलीवुड के पास नहीं? अगर इसका जवाब जानना है तो हाल ही में ओटीटी पर रिलीज हुई दो फिल्में थुडरुम और टूरिस्ट फैमिली देख लें. थुडरुम सुपरस्टार मोहनलाल की मलयालम क्राइम थ्रिलर है. तो टूरिस्ट फैमिली शशिकुमार की तमिल कॉमेडी-ड्रामा है. थुडरुम का माहौल गंभीर और रहस्यमय है, वहीं टूरिस्ट फैमिली कॉमेडी और मानवीय मूल्यों से भरी है. 50 करोड़ की थुडरुम ने बॉक्स ऑफिस पर 230 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की तो टूरिस्ट फैमिली ने 15 करोड़ के बजट में बॉक्स ऑफिस पर 85 करोड़ रुपये कमा डाले. इन फिल्मों की खासियत बड़े-बड़े सेट, करोड़ों के स्पेशल सॉन्ग या 19 सितारों की फौज नहीं बल्कि जिंदगी से जुड़ी उन बातों को सामने लाना है जिन्हें हिंदी सिनेमा में कहीं भुला दिया गया है. इसके साथ ही ये दोनों फिल्में बताती हैं कि कहानी ही आज भी सबसे बड़ी खिलाड़ी है.
टूरिस्ट फैमिली तमिल कॉमेडी-ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन अभिषण जीविन्थ ने किया है. यह श्रीलंकाई तमिल परिवार की कहानी है, जो आर्थिक संकट के बाद भारत में नई शुरुआत करता है. धर्मदास (शशिकुमार), वसंतही (सिमरन) और उनके दो बेटों की यह कहानी कॉमेडी और इमोशंस से भरी है. वे चेन्नई के केसव नगर में अपनी पहचान छिपाकर रहते हैं और अपने प्यार से पड़ोस को जीवंत बनाते हैं. फिल्म में शशिकुमार, सिमरन और योगी बाबू का अभिनय लाजवाब है. शॉन रोल्डन का संगीत और कहानी का संदेश इसे यादगार बनाते हैं.
थुडरुम मलयालम क्राइम थ्रिलर फिल्म है, जिसका निर्देशन तरुण मूर्ति ने किया है. यह टैक्सी ड्राइवर मोहनलाल की कहानी है, जो अपनी पुरानी एम्बेसडर कार को बहुत प्यार करता है. लेकिन एक घटना उसकी और उसके परिवार की जिंदगी को बदलकर रख देती है. फिल्म फैमिली ड्रामा से इमोशनल थ्रिलर में तब्दील हो जाती है. मोहनलाल और शोभना की शानदार एक्टिंग, बांधकर रख देने वाली कहानी और जैक्स बीजॉय का बैकग्राउंड म्यूजिक इसे खास बनाते हैं. इन दोनों ही फिल्मों को ओटीटी प्लेटफॉर्म जियो हॉटस्टार पर देखा जा सकता है.