आज जब भावनाओं का इजहार करने के लिए टेक्नोलॉजी की दुनिया में कई तरह के साधन आ चुके हैं. उसी के बीच इमोजी भी एक ऐसा जरिया हमारे पास आया है जिसमें मजेदार अंदाज में अपने भावों को व्यक्त किया जा सकता है. लेकिन क्या इस बात पर यकीन करेंगे कि हिंदी सिनेमा में एक ऐसी भी एक्ट्रेस रही हैं जिनके एक्सप्रेशंस के सामने आज के दौर की इमोजी भी फीकी पड़ जाती हैं. यह एक्ट्रेस कोई और नहीं बल्कि सबकी चहेती मनोरमा हैं. मनोरमा का जन्म 16 अगस्त 1926 को हुआ था और उनका निधन 15 फरवरी, 2008 को हुआ. आज उनकी पुण्यतिथि है.
मनोरमा का असली नाम एरिन आइजैक डेनियल्स था. उन्होंने बेबी आइरिस के नाम से बाल कलाकार के तौर पर अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. जबकि 1941 में एक्ट्रेस के तौर पर उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा. मनोरमा ने आखिरी फिलम 2005 में वाटर की थी. इस तरह उन्होंने अपने छह दशक के करियर में लगभग 160 फिल्में की और तरह-तरह के रोल भी अंजाम दिए.
मनोरमा ने कुछ फिल्मों में हीरोइन का रोल अदा किया लेकिन बाद में वह धीरे-धीरे कॉमिक और निगेटिव किरदार का रुख कर गईं. उनकी पॉपुलर फिल्मों की बात करें तो इनमें सीता और गीता, एक फूल दो माली, दो कलियां, हाफ टिकट, दस लाख, झनक झनक पायल बाजे, मुझे जीने दो, महबूब की मेहंदी, कारवां, बॉम्बे टू गोवा और लावारिस के नाम आते हैं. मनोरमा की शादी राजन हकसर से हुई थी. वह एक एक्टर थे और बंटवारे के बाद मुंबई आ गे थे. राजन बाद में प्रोड्यूसर बन गए.