मां-बाप के खिलाफ जाकर इस सुपरस्टार ने की थी मामूली एक्टर से शादी, सलमान के पापा सलीम खान ने की थी मदद

वहीदा रहमान ने अपने बचपन के बारे में कई बातें बताईं. उन्होंने खुलासा किया कि वह कभी भी अभिनेत्री बनने की ख्वाहिश नहीं रखती थीं. वहीदा ने खुलासा किया कि वह डॉक्टर बनना चाहती थीं.

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इस हसीना को आपने पहचाना?
नई दिल्ली:

बॉलीवुड वहीदा रहमान का जन्म 3 फरवरी, 1938 को तमिलनाडु के चेंगलपट्टू में एक पारंपरिक मुस्लिम परिवार में हुआ था. विशाखापत्तनम के जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ाई के दौरान उन्हें नृत्य और अन्य रचनात्मक कलाओं में रुचि पैदा हुई. चेन्नई में उन्होंने अपनी तीनों बहनों के साथ भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैली, भरतनाट्यम में प्रशिक्षण भी लिया. वहीदा अपने बैच की सबसे बेहतरीन डांसर में से एक थीं और महज 17 साल की उम्र में उन्होंने बतौर डांसर फिल्म रोजुलु मरायी से तेलुगु फिल्म में डेब्यू किया. प्रतिष्ठित फिल्म निर्देशक राज खोसला की फिल्म सीआईडी ​ वह फिल्म थी, जिससे वहीदा रहमान ने हिंदी फिल्म उद्योग में अपनी पहचान बनाई.

 उनके करियर की दूसरी हिंदी फिल्म प्यासा थी. इस फिल्म से वह महज 19 साल की उम्र में वह 50 के दशक के उभरती हुई सितारों में से एक बन गईं. बाद में वह सोलवां साल, कागज़ के फूल, काला बाज़ार, चौदहवीं का चांद, साहिब बीबी और गुलाम, बीस साल बाद, गाइड, पत्थर के सनम, राम और श्याम, नील कमल, खामोशी, रेशमा और शेरा, कभी-कभी, नमकीन, चांदनी, लम्हे, और कई अन्य हिट फिल्मों में दिखीं. 

एक बार, ट्वीक इंडिया के साथ एक पुराने बातचीत में वहीदा रहमान ने अपने बचपन के बारे में कई बातें बताईं. उन्होंने खुलासा किया कि वह कभी भी अभिनेत्री बनने की ख्वाहिश नहीं रखती थीं. वहीदा ने खुलासा किया कि वह डॉक्टर बनना चाहती थीं, क्योंकि उन दिनों मुस्लिम परिवारों में चिकित्सा ही एकमात्र ऐसा पेशा था जिसे सम्मानजनक पेशा माना जाता था. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह हमेशा लोगों को हंसाना और रुलाना चाहती थीं. यही वजह है कि उन्होंने अभिनय को करियर बनाया. वहीदा को 2023 में 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में सिनेमाई उत्कृष्टता के लिए भारत के सर्वोच्च पुरस्कार दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. वैसे तो वहीदा रहमान के शानदार करियर के बारे में सभी जानते हैं, लेकिन उनकी निजी जिंदगी कभी मीडिया की सुर्खियों में नहीं आई. इसलिए, आज हम उनके पति शशि रेखी के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिन्हें आमतौर पर उनके स्टेज नाम कमलजीत से जाना जाता है.

शशि रेखी अपनी पीढ़ी के बेहतरीन अभिनेताओं में से एक थे. सन ऑफ़ इंडिया, शगून, हीर रांझा, तमाचा, मिस्टर इंडिया, किस्मत का खेल और मिस्टर लंबू जैसी फ़िल्मों में वह दमदार रोल में दिखे थे. कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वहीदा रहमान और गुरु दत्त की लव स्टोरी खत्म होने के बाद वहीदा रहमान को शशि रेखी से प्यार हो गया. कुछ समय तक एक-दूसरे को डेट करने के बाद, वहीदा और शशि ने अपने-अपने माता-पिता को अपने रिश्ते के बारे में बताया.जब वहीदा रहमान ने अपने माता-पिता को शशि रेखी के साथ अपने रिश्ते के बारे में बताया, तो उन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया. वहीदा तब बहुत परेशान थी, क्योंकि उनके ज़्यादातर जानने वाले लोगों ने उन्हें शशि से शादी करने का विचार त्यागने की सलाह दी थी. फिर वहीदा रहमान ने सलीम खान से बात की और अपनी समस्या पर उनसे चर्चा की. तब सलीम ने उन्हें अपने दिल की सुनने की सलाह दी और उन्हें अपने जीवन का सबसे बड़ा फैसला लेने के लिए प्रेरित किया. यह 1974 की बात है, जब वहीदा और शशि ने शादी की और उनके दो बच्चे हुए, सोहेल रेखी और काश्वी रेखी.शशि रेखी का निधन 21 नवंबर, 2000 को हुआ था.

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