साउथ के इस सुपरस्टार की फिल्म जर्नी बेहद दिलचस्प है. दो वक्त की रोजी रोटी कमाने के लिए ये स्टार कभी बस में कंडक्टर का काम करते थे और जरूरत पड़ी तो कुली बन कर सारी दुनिया का बोझ भी उठाते थे. घर का गुजारा जैसे तैसे हो जाता था. इस बीच एक ऐसा दोस्त मिला जो हाथ पकड़ कर एक्टिंग की दुनिया में ले गया. यहां इस एक्टर ने ऐसा जलवा दिखाया कि कुछ ही सालों में उसकी स्टाइल और एक्टिंग का लोहा बॉलीवुड से लेकर टॉलीवड भी मानने पर मजबूर हो गया. अपनी मेहनत से ये सितारा अब वो मुकाम हासिल कर चुका है कि लोग उसे थलाइवा के नाम से जानते हैं. थलाइवा का मतलब होता है बॉस.
मुश्किल में बीता बचपन
रजनीकांत का जन्म असल में एक मराठी परिवार में हुआ था. उनका पूरा असली नाम है शिवाजी राव गायकवाड़. वो बहुत कम उम्र के थे जब उनकी मां का निधन हो गया. कुछ साल बीतते बीतते घर चलाने की जिम्मेदारी भी उन्हीं के कंधों पर आ गई. जिसके बाद रजनीकांत ने बस में कंडक्टरी का काम पकड़ा. वो बेंगलुरू ट्रांसपोर्ट सर्विसेज में कंडक्टर थे और मौका मिलता तो कुली का काम भी कर लेते. ये काम करते करते उनकी दोस्ती राज बहादुर नाम के शख्स से हुई. जिसने उन्हें एक्टिंग की दुनिया का रास्ता दिखाया.
तमिल फिल्मों में हुई एंट्री
धीरे धीरे रजनीकांत एक्टिंग की दुनिया में रमने लग गए. दोस्त ने ही एक्टिंग इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेने में उनकी मदद की. उसके बाद रजनीकांत कन्नड़ नाटक करने लगे. लेकिन फिल्मों में एंट्री मिली तमिल फिल्म से. उन्होंने तमिल सीखी और फिर अपूर्वा रागनगाल फिल्म का हिस्सा बने. इस फिल्म में उनके साथ कमल हासन भी थे. इसके बाद उन्होंने अपनी स्टाइल का वो जलवा दिखाया कि लोग उनके फैन होते चले गए. तमिल फिल्मों के अलावा तेलुगु और हिंदी फिल्मों में भी उनका जलवा खूब रंग लाया.