आज हम साउथ के एक ऐसे सुपरस्टार के बारे में बात करने वाले हैं जिसने आज फिल्म इंडस्ट्री में मौजूद कई स्टार्स से भी ज्यादा स्टारडम हासिल किया है. यह सुपरस्टार इतना पॉपुलर था कि लोग उनकी फिल्में देखने के लिए थिएटर में लाइन लगाकर खड़े रहते थे. हम बात कर रहे हैं कृष्णन नायर की जो जयन के नाम से मशहूर थे जो कि उनका स्टेज नाम था. जयन 1970 और 1980 के दशक के एक भारतीय एक्टर, नौसेना अधिकारी और स्टंट कलाकार थे. इन्होंने मुख्य रूप से एक एक्शन स्टार के तौर पर 150 से ज्यादा मलयालम फिल्मों में काम किया.
2010 में उन्हें मलयालम सिनेमा का पहला और सबसे सक्सेसफुल एक्शन हीरो कहा गया
जयन का जन्म क्विलोन, त्रावणकोर में हुआ था और 10वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह भारतीय नौसेना में शामिल हो गए. वह भारतीय नौसेना की उस टीम के सदस्य थे जिसने 1961 में भारत का पहला युद्धपोत आईएनएस विक्रांत लेने के लिए ब्रिटेन की यात्रा की थी. उन्होंने नेवी फुटबॉल टीम के लिए भी खेला.
जयन ने 16 साल तक भारतीय नौसेना में सेवा की और मास्टर सीपीओ के पद पर पहुंचे. इसके बाद उन्होंने नौसेना छोड़ दी. फिल्म इंडस्ट्री में शामिल होने से पहले उन्होंने कुछ दूसरी नौकरियां कीं. जयन नाम के साथ उनकी पहली फिल्म 'शापमोक्षम' में थी. इसे आमतौर पर उनकी पहली फिल्म कहा जाता है. उन्हें "जयन" नाम अनुभवी मलयालम एक्टर जोस प्रकाश ने उसी फिल्म के सेट पर दिया था.
जयन को अपना पहला बड़ा ब्रेक 'पंचमी' (1976) में एक फॉरेस्ट रेंजर के नेगेटिव रोल में मिला. उन्हें मलयालम सिनेमा का पहला एक्शन हीरो माना जाता है. अपने छोटे से करियर में जयन ने 150 से ज्यादा फिल्मों में काम किया और खुद को सुपरस्टार के तौर पर सेट किया.
हालांकि 16 नवंबर, 1980 को जयन की मौत हो गई. 41 साल की उम्र में फिल्म 'कोलीलक्कम' के सेट पर एक दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई. जयन एक स्टंट कर रहे थे जहां उन्हें चलती मोटरसाइकिल से एक हेलीकॉप्टर पर चढ़ना था. शॉट को पहले टेक में डायरेक्टर ने ओके कर लिया था लेकिन रिपोर्टों में कहा गया है कि जयन ने एक और रीटेक पर जोर दिया क्योंकि वह सीन से खुश नहीं थे. इसी दौरान हेलीकॉप्टर ने अपना बैलेंस खो दिया और जयन के साथ दुर्घटनाग्रस्त हो गया. जयन ने अपनी चोटों के कारण दम तोड़ दिया और 41 वर्ष की कम उम्र में उनकी मृत्यु हो गई. अपनी मृत्यु के सालों बाद भी जयन अपने फैन्स की नजर में एक सुपरस्टार बने हुए हैं और आज भी सभी उन्हें याद करते हैं.