अपनी एक से बढ़कर एक फिल्मों से सिने लवर्स को एंटरटेन करने वाली एक्ट्रेस श्रीदेवी को दुनिया भर से प्यार और तारीफ मिली. भारत के हर कोने और विदेशों में भी उनके फैन्स थे. महज 4 साल की उम्र में एक्टिंग शुरू करने वाली इस एक्ट्रेस ने तमिल, तेलुगु, हिंदी, मलयालम और कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में तूफान ला दिया. वह कई खास फिल्मों का हिस्सा रहीं. उनकी यादगार फिल्मों में 2012 की 'इंग्लिश विंग्लिश' भी एक है. एक पुराने इंटरव्यू में श्रीदेवी ने बताया था कि ये फिल्म देखने के बाद उनकी बेटियों को बहुत दुख हुआ था.
क्यों दुखी हुई थीं जान्हवी और खुशी ?
गौरी शिंदे की लिखी और उन्हीं के डायरेक्शन में बनी कॉमेडी-ड्रामा फिल्म में एक अंग्रेजी ना जानने वाली महिला के संघर्ष को दिखाया गया था. जिसे उसका परिवार हमेशा कम समझता था. उन्हें लगता था कि मां केवल किचन में ही अच्छा काम कर सकती है. हालांकि एक शादी के लिए विदेश जाकर उसने खुद को एक मौका दिया. अंग्रेजी भी सीखी और खुद की बात रखना भी. फिल्म को दुनियाभर से जबरदस्त रिएक्शन मिले और टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2012 में 5 मिनट तक खड़े होकर सभी ने इसकी तारीफ की थी.
फिल्म की सक्सेस मीटिंग के दौरान श्रीदेवी ने मीडिया के सामने खुलासा किया कि फिल्म देखने के बाद उनकी बेटियां जान्हवी कपूर और खुशी कपूर को बहुत हर्ट हुआ. खुशी को ये फिल्म में श्रीदेवी के किरदार के बच्चों का उनके प्रति बर्ताव बिल्कुल पसंद नहीं आया. उन्हें ये काफी बुरा और अपमानजनत लगा. इस बारे में बताते हुए मिस्टर इंडिया एक्ट्रेस ने कहा, “फिल्म देखने के बाद वे असल में परेशान थे, खासकर मेरी छोटी बेटी. उसने मुझसे कहा, 'मम्मा मैं बहुत परेशान हूं मुझे बहुत हर्ट हुआ है. मुझे ये लड़की पसंद नहीं है. वह मेरी मां के साथ ऐसा कैसे कर सकती है'. उन्होंने इसी तरह फिल्म पर अपना रिएक्शन दिया”.
जुदाई के करीब 15 साल बाद श्रीदेवी ने 'इंग्लिश विंग्लिश' से सिल्वर स्क्रीन पर वापसी की. अपने शो में शेखर गुप्ता से बात करते हुए, श्रीदेवी ने कहा कि वह लगभग एक न्यूकमर की तरह महसूस करती थीं.