आज के दौर की कोई भी एक्ट्रेस हो या एक्टर लिप किस का सीन देने से गुरेज नहीं करते. तकरीबन हर फिल्म में ये आम सीन हो चुका है. दीपिका पादुकोण, आलिया भट्ट हो या आज की नई नवेली हीरोइन्स, सबका किसिंग सीन देखा जा सकता है. लेकिन ये ट्रेंड कोई नया नहीं है. न ही दीपिका पादुकोण, अनुष्का शर्मा या करीना कपूर जैसी हीरोइन इस ट्रेंड को लाने वाली पहली हीरोइन हैं. उनसे पहले तकरीबन नब्बे साल पहले एक हीरोइन इस ट्रेंड को शुरू कर चुकी है. उनका ये सीन तकरीबन चार मिनट लंबा था. जिस पर बाद में बहुत विवाद भी हुआ.
देविका और हिमांशु के बीच फिल्माया गया सीन
ये फिल्म थी साल 1933 में रिलीज हुई मूवी कर्मा, जिसमें एक साथ नजर आए देविका रानी और हिमांशु राय. इस फिल्म में पहली बार लिप किस करते हुए सीन फिल्माया गया. दोनों के बीच शूट हुआ ये सीन करीब 4 मिनट लंबा था. जिस पर खासा विवाद भी छिड़ा. वैसे आपको ये भी बता दें कि देविका रानी और हिमांशु राय दोनों असल जिंदगी में भी पति पत्नी ही थे. इसलिए दोनों को सीन शूट करने में तो कोई दिक्कत नहीं हुई. लेकिन उस दौर में ऐसा सीन सरेआम फिल्मी पर्दे पर दिखाने से खूब बवाल भी मचा. जिसका असर देविका रानी की इमेज पर भी पड़ा.
ड्रैगन लेडी के नाम से बन गई थी पहचान
उस दौर में देविका रानी अपनी कंटेम्प्ररी हीरोइन्स से कहीं ज्यादा आगे मानी गईं. न सिर्फ किसिंग सीन के मामले में बल्कि शराब और सिगरेट की भी वो शौकीन थी और अपना ये शौक छुपाने की उन्होंने कभी कोशिश नहीं की. अपने पति हिमांशु राय के साथ मिलकर उन्होंने बॉम्बे टॉकीज की स्थापना भी की थी. इसी बैनर के तले उन्होंने जवानी की हवा जैसी हिट फिल्म दी थी. हिमांशु राय का निधन 1949 में हो गया था. जिसके बाद देविका रानी ने बॉम्बे टॉकीज तो अकेले चलाई ही 1958 में रशियन पेंटर से दूसरी शादी भी रचा ली. उनके इसी रवैये की वजह से उन्हें ड्रैगन लेडी भी कहा जाने लगा था.