60 का दशक वो दौर था जब नूतन ने फिल्मी पर्दे पर कदम रखा था. चेहरे पर सादगी और मनमोहक मुस्कान लिए नूतन उसी इंडस्ट्री का हिस्सा बन गई थीं, जहां उनकी मां शोभना समर्थ पहले से ही जाना माना नाम थीं. नूतन को शोभना समर्थ ने ही अपने प्रोडक्शन हाउस शोभना पिक्चर्स के बैनर से लॉन्च किया था. वही फिल्म की प्रड्यूसर भी थी. दिन बीतते बीतते नूतन ने भी ये साबित कर दिया कि वो अपनी मां की तरह खूबसूरत और एक्टिंग में भी माहिर हैं. नूतन का नाम इंडस्ट्री में स्थापित हुआ तो मां-बेटी ने मिलकर पार्टनरशिप में काम शुरू कर दिया. शायद दोनों को ये एहसास नहीं होगा कि यही पार्टनरशिप दोनों के रिश्ते में खटास लेकर आएगी.
इनकम टैक्स से शुरू हुआ मामला
रिश्ते खराब होने का सिलसिला इनकम टैक्स के लेटर से शुरु हुआ. शोभना समर्थ चाहती थीं कि नूतन पूरा टैक्स भर दें. जबकि नूतन सिर्फ 30 फीसदी मुनाफे की हिस्सेदार थीं. उन्होंने भी साफ कर दिया कि वो सिर्फ अपने हिस्से का टैक्स देंगी. नूतन ने ये भी दलील दी कि उनकी जितनी कमाई है वो कंपनी में ही जाती है. शोभना समर्थ नहीं मानी तो नूतन ने प्रॉपर्टी बेचकर भी टैक्स चुकाने का तरीका सुझाया. इस पर भी शोभना समर्थ नहीं मानी. तब नूतन ने खुद को कंपनी से अलग करने का ऐलान करते हुए कह दिया कि वो अपने फाइनेंशियल मेटर खुद देखेंगी.
प्रॉपर्टी ने बिगाड़ी बात
एक मामला सुलझा ही था कि एक प्रॉपर्टी ने दोनों मां बेटी के बीच एक नया बखेड़ा खड़ा कर दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नूतन की एक प्रॉपर्टी पर शोभना समर्थ ने घर बनवाना शुरु कर दिया. जिसके खिलाफ नूतन ने कानूनी कार्रवाई कर दी. और, शोभना समर्थ के खिलाफ केस कर दिया. बाद में नूतन ने अपने पति के साथ टैक्स की पाई पाई चुकता की. नूतन को इन टेंशन से तो छुटकारा मिला लेकिन उसके बाद कभी उनके और मां शोभना समर्थ के रिश्ते ठीक नहीं हो सके.
ये भी देखें: एक बार फिर दुल्हन बनीं आलिया और दूल्हा बने रणवीर सिंह