अरुणा ईरानी का नाम हिंदी सिनेमा की उन अभिनेत्रियों में गिना जाता है जो अपने किरदार में इस कदर ढल जाती हैं मानो वो रोल उन्हीं के लिए लिखा गया हो. अपनी दमदार अदाकारी से दर्शकों का दिल जीतने वाली इस एक्ट्रेस ने बॉलीवुड फिल्मों में एक से बढ़कर एक कई किरदार निभाए हैं. बड़े पर्दे से लेकर छोटे पर्दे तक अरुणा ईरानी ने अपनी एक्टिंग का जलवा बिखेरा है. फिल्मों में हीरोइन हो, कैरेक्टर रोल निभाना हो या फिर खलनायक की भूमिका अरुणा ईरानी ने हर किरदार को बखूबी निभाया है. हालांकि खलनायिका की भूमिका ने अरुणा ईरानी को खास पहचान दिलाई.
चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर शुरू किया काम
18 अगस्त साल 1946 को मुंबई में अरुणा ईरानी का जन्म हुआ था. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में महज़ 9 साल की उम्र में ही कर दी थी. साल 1961 में उन्होंने दिलीप कुमार की फिल्म गंगा जमुना में काम किया था. इस फिल्म के दौरान अरुणा ईरानी की अभिनय से दिलीप कुमार बेहद खुश हुए थे और उनकी खूब सराहना भी की थी. लीड एक्ट्रेस के तौर पर अरुणा ईरानी ने 1971 में आई फिल्म कारवां में काम किया था. इसके बाद उन्होंने महमूद की फिल्म 'बॉम्बे टू गोवा' में काम किया. फिल्म के उनके साथ अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका में थे और ये फिल्म हिट साबित हुई थी.
महमूद को दिल दे बैठी थीं अरुणा ईरानी
अपने फ़िल्मी करियर में अरुणा ईरानी ने महमूद के साथ कई फिल्मों में काम किया जिसे दर्शकों ने खूब पसंद भी किया और सराहा भी. हालांकि साथ फिल्म के करने के दौरान दोनों के बीच प्यार का सिलसिला शुरू हो गया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अरुणा ईरानी महमूद को दिल दे बैठी थीं और उनसे शादी करना चाहती थीं. बॉलीवुड के गलियारों में अरुणा और महमूद के प्यार के खूब चर्चे थे. बात यहां तक फैल गई थी कि दोनों ने शादी कर ली है. महमूद से अपने रिश्ते के बारे में बात करते हुए अरुणा ईरानी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि कारवां फिल्म के बाद 2 साल तक उन्हें कोई काम नहीं मिला. महमूद के साथ कारवां और बॉम्बे टू गोवा में दोनों नजर आए और दोनों ही फिल्में काफी हिट हुई. लेकिन इसे देखकर कुछ लोगों को गलतफहमी हो गई कि उन्होंने महमूद से शादी कर ली है
इस वजह से बेपटरी हो गया था करियर
हालांकि इस दौरान सार्वजनिक तौर पर सामने आकर अरुणा ईरानी ने समझाने की कोशिश भी नहीं की. इसका खामियाज़ा उन्हें अपने करियर में भुगतना पड़ा और 3 साल तक उन्हें कोई भी फिल्म नहीं मिली. हालांकि एक बार फिर उनका करियर पटरी पर आया जब राजकुमार ने उन्हें फोन कर बॉबी फिल्म का रोल ऑफर किया और उन्होंने फिल्म में काम करने के लिए तुरंत हां कह दी और बस यही से किस्मत में साथ दे दिया. इसके बाद अरुणा ईरानी सफलता की सीढ़ियां चढ़ती चली गईं. उन्हें जो भी क़िरदार मिला उसे बेहतरीन तरीके से निभाया.खास बात यह है अरुणा ने कभी भी किसी रोल के लिए मना नहीं किया. चाहे वह सपोर्टिंग रोल हो या फिर खलनायिका का हर किरदार में अरुणा ईरानी ने खुद को साबित किया.