इस सुपरस्टार ने 1983 में बॉलीवुड में कदम रखा था और खुद अपना नाम कायम किया. उनकी झोली में कई हिट हैं, जिनकी फिल्म पाप की दुनिया ब्लॉकबस्टर बनी. लेकिन बेहद कम लोग जानते हैं कि यह उन्होंने अपने सुपरस्टार पिता के कहने पर साइन की थी क्योंकि वह फ्लॉप होने से डर रहे थे. हम बात कर रहे हैं सनी देओल की, जिन्होंने बेताब फिल्म से 1983 में डेब्यू किया. उन्होंने यंग लवर बॉय का किरदार निभाकर करोंड़ों फैंस का दिल जीत लिया. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा काम किया. लेकिन पाप की दुनिया बिल्कुल अलग स्टोरी थी, जिसे सनी देओल नहीं बल्कि धर्मेंद्र को ध्यान में रखकर लिखा गया था.
डायरेक्टर शिबू मित्रा शुरूआत में धर्मेंद्र को लीड रोल में चाहती थीं. पिछले प्रॉजेक्ट आग ही आग, जो ब्लॉकबस्टर थी. इसके बाद डायरेक्टर उनके साथ पाप की दुनिया में फिर साथ काम करना चाहते हैं, जो कि 1977 में ब्लॉकबस्टर परवरिश से इंस्पायर्ड थी.
परवरिश को मनमोहन देसाई ने डायरेक्ट किया था, जिसमें विनोद खन्ना, अमिताभ बच्चन, जीनत अमान और शबाना आजमी लीड रोल में नजर आए थे. यह बॉक्स ऑफिस पर हिट थी. वहीं धर्मेंद्र के साथ शिबू मित्रा यह जादू क्रिएट करना चाहते थे. लेकिन सुपरस्टार ने इस ऑफर को ठुकराकर बेटे सनी देओल को इसके लिए सुझाया. हालांकि फिल्ममेकर्स राइजिंग स्टार को ऐसा बड़ा मौका देने के लिए तैयार होने के लिए झिझक रहे हैं. हालांकि धर्मेंद्र ने उन्हें कहा कि वह उनकी अगली फिल्म में डिस्काउंट रेट पर काम करेगा.
पाप की दुनिया में सनी देओल ने विनोद खन्ना के परवरिश रोल से इंस्पायर्ड किरदार निभाया. उन्होंने चंकी पांडे के साथ स्क्रीन शेयर की. 2.40 करोड़ के बजट में बनीं यह फिल्म 1988 की तीसरी सबसे ज्यादा की कमाई की थी. वहीं सनी देओल की परफॉर्मेंस को फैंस का प्यार मिला और वह रातों रात स्टार बन गए.