हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने एक्टर और 'डिस्को डांसर' स्टार मिथुन चक्रवर्ती ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी हैं. अपनी पहली ही फिल्म 'मृग्या' (1976) में बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड जीतने वाले मिथुन चक्रवर्ती की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा देती थीं. हालांकि, उनके करियर में एक वक्त ऐसा भी आया था, जब एक हिट के लिए एक्टर तरस गए थे. उन्होंने चार साल के अंदर ही 50 फिल्में कर डालीं लेकिन एक भी हिट नहीं हुईं. आइए जानते हैं मिथुन दादा के फिल्मी करियर के इस सबसे बुरे दौर के बारें में....
जब मिथुन दा की 50 फिल्में हुईं फ्लॉप
कोईमोई की रिपोर्ट के मुताबिक, 1980 के दशक के सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती का अपना ही जलवा हुआ करता था. साल 1982 में उनकी 'डिस्को डांसर' ने तो उन्हें हर किसी का दीवाना बना दिया था. इसके बाद उन्होंने जितनी भी फिल्में की, सब हिट रहीं लेकिन साल 1997 से लेकर 2000 तक का दौर उनके करियर के सबसे बुरे समय में था, जब उनकी 50 फिल्मों में से सिर्फ 2 ही बॉक्स ऑफिस पर जलवा दिखा पाईं. 48 फिल्मों के फ्लॉप होने का यह एक बड़ा रिकॉर्ड है.
किस साल कितनी फिल्में
1997 में मिथुन चक्रवर्ती की 8 फिल्में आईं. 1998 में 17, 1999 में 14 और 2000 में 11 फिल्मों में उन्होंने काम किया लेकिन उनकी सिर्फ दो फिल्में ही हिट रहीं. इनमें 'शपथ' (1997) और 'चंडाल' (1999) शामिल हैं. उनकी इन 50 फिल्मों का कलेक्शन 71.12 करोड़ रुपए थी. 'शपथ' उनकी सबसे सफल फिल्म रही. जिसकी कमाई 4.95 करोड़ की थी. इसके अलावा उनकी सबसे ज्यादा कमाई वाली फिल्मों में लोहा (2.3 करोड़), कालिया (2.74 करोड़) और दादागिरी (2.66 करोड़) रही.
मिथुन चक्रवर्ती की बाकी फिल्मों की कमाई
1998 में उनकी सबसे सफल फिल्म 'चंडाल' थी, जिसने 3.59 करोड़ रुपए की कमाई की. इसके अलावा शेर-ए-हिंदुस्तान (3.18 करोड़), गुंडा (2.14 करोड़), मिलिट्री राज (2.56 करोड़) और यमराज (2.84 करोड़) रहीं. 1999 में आई शेरा का कलेक्शन 2.62 करोड़ थी. जबकि गंगा की कसम और आग ही आग जैसी फिल्में कब आईं, कब गईं पता ही नहीं चलीं. साल 2000 में ज्वालामुखी, बिल्ला नंबर 786, आज का रावण और दादा जैसी फिल्में भी चारों खाने चित्त हो गई. उस साल सिर्फ सुल्तान की कमाई ही 1.38 करोड़ रही.