नसीरुद्दीन शाह बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर्स में से एक हैं. वो अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं. नसीर साहब किसी भी मुद्दे पर अपनी राय रखने से पीछे नहीं हटते हैं इसी वजह से वो सुर्खियों में भी बने रहते हैं. नसीर साहब 20 जुलाई को अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं. उनके जन्मदिन के खास मौके पर आपको उनके एक्टिंग करियर के बारे में बताते हैं कि कैसे उनके पिता उनकी एक्टिंग के खिलाफ थे फिर भी वो एक बेहतरीन एक्टर बन गए.
नसीरुद्दीन शाह ने आक्रोश, जाने भी दो यारों जैसी कई फिल्मों से अलग पहचान बनाई. वो थिएटर करते थे इस वजह से एक्टिंग पर उनकी पकड़ आज भी बहुत मजबूत है. आज के एक्टर उनकी तरह बनने का सपना देखते हैं. जहां आज के बच्चे नसीर साहब की तरह एक्टिंग करना चाहते हैं वहीं एक समय था जब उनके पिता उनकी एक्टिंग के खिलाफ थे.
एक्टिंग के खिलाफ थे पिता
नसीर साहब के पिता सरकारी नौकरी करते थे. उन्हें पसंद नहीं था कि उनका बेटा एक्टिंग करें. नसीर साहब ने खुद अपनी बायोग्राफी में बताया था कि उनकी अपने पिता से सोच नहीं मिलती थी. दोनों कभी एक-दूसरे को नहीं समझ पाए. पिता के निधन पर भी नसीर साहब उनके साथ नहीं थे. जिसका मलाल उन्हें आज भी है.
रत्ना पाठक से शादी पर मां ने पूछा था ये सवाल
एक्टर बनने के बाद नसीर साहब और रत्ना पाठक शाह ने शादी करने का फैसला कर लिया था. जब नसीर ने अपनी मां को इस शादी के बारे में बताया था कि तो उन्होंने पूछा था- क्या रत्ना इस्लाम कबूल करेगी? इसके जवाब में नसीर ने कहा था- मैं कभी भी रत्ना को ये करने के लिए नहीं कहूंगा. इसके बाद से मां से इस बारे में कभी कोई बात नहीं की और रत्ना से शादी के लिए हामी दे दी.