भारत का पहला म्यूजिकल सुपरस्टार था ये बच्चा, नाम था बड़े-बड़े दिग्गजों से भी ऊपर, जहर देकर कर दिया गया था कत्ल...पहचाना क्या?

Master Madan Indias First Musical: फोटो में दिख रहा ये बच्चा भारत का पहला म्यूजिकल सुपरस्टार था. इसकी पॉपुलैरिटी के आगे बड़े-बड़े एक्टर्स फेल थे. इनकी पॉपुलैरिटी ही इनकी मौत का कारण बन गई. क्या आप इन्हें पहचान पाए?

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
Master Madan Indias First Musical: यह बच्चा था बॉलीवुड का पहला म्यूजिकल सुपरस्टार
नई दिल्ली:

Master Madan Indias First Musical: इंडिया में कई ऐसे सुपरस्टार हैं, जिन्होंने अपने संगीत से पूरी दुनिया को अपना दीवाना बना लिया था. ऐसे ही एक म्यूजिकल सुपरस्टार थे, जिनके जगजीत सिंह भी दीवाने थे. इस सुपरस्टार का नाम मास्टर मदन था. मास्टर मदन के जीवन पर एक फिल्म भी बनी है. जिसमें उनकी कहानी दिखाई गई थी. आपको फिल्म काला तो याद होगी. यो नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई थी. इसी में मास्टर मदन की कहानी दिखाई गई थी. नेटफ्लिक्स पर फिल्म काला 2022 में रिलीज हुई थी. ये फिल्म जब रिलीज हुई थी तो इसने अपने गानों से सभी को दीवाना बना लिया था. ये फिल्म दो सिंगर की कहानी थी. जिसमें से एक को जहर दे दिया गया था. ये कहानी रियल लाइफ पर आधारित है. ये कहानी मास्टर मदन से इंस्पायर्ड है. मास्टर मदन संगीत की दुनिया के चमकते सितारे थे जिनका टैलेंट ही उनका दुश्मन बन गया था.

14 साल की उम्र में कर दिया गया था मर्डर

मास्टर मदन के संगीत और उनके बढ़ते करियर की वजह से उन्हें 14 साल की उम्र में जहर देकर मार दिया गया था. जो महज 3.5 साल की उम्र में भारत के पहले बाल सुपरस्टार बन गए, उन्हें केवल 14 साल का जीवन मिला. लेकिन, मास्टर मदन की गायकी की मिठास 90 साल बाद भी लोगों के जेहन में गूंजती रहती है.

मास्टर मदन का जन्म 1927 दिसंबर में हुआ था. उनके पिता और बड़ी बहन को संगीत का बहुत शौक था जिसकी वजह से 3 साल की उम्र में ही उनकी संगीत की ट्रेनिंग शुरू हो गई थी. ट्रेनिंग के छह महीने बाद ही मदन ने परफॉर्म करना शुरू कर दिया था और उनका टैलेंट सब जगह फैल गया था. उन्हें मास्टर मदन का टाइटल भी दे दिया गया था. उनकी गायकी की वजह से कई बड़े सिंगर उनसे जलने लगे थे.

दिया गया जहर

ऐसा कहा जाता है कि उनके गुरु संत कलेरांवाले ने उनके असामयिक निधन की भविष्यवाणी कर दी थी. उन्होंने आखिरी बार 14 साल की उम्र में कोलकाता में परफॉर्म किया था. वह दिल्ली लौट आए लेकिन आकाशवाणी में अपना कार्यकाल तीन महीने तक ही जारी रख सके क्योंकि उन्हें ऐसा बुखार था जो कभी नहीं जाएगा. जब मास्टर मदन की जांच की गई तो पता चला कि उनके महत्वपूर्ण अंगों को धीमे जहर ने नुकसान पहुंचाया है और उनके ठीक होने की कोई गुंजाइश नहीं है. उसके बाद मास्टर मदन वापस अपने घर आ गए थे. और उनका 1942 में निधन हो गया था. रिपोर्ट्स की माने तो उनकी ड्रिंक में मर्करी मिलाई गई थी तो कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि उन्हें पान में जहर मिलाकर दिया गया था.

Advertisement
Featured Video Of The Day
Ravindra Jadeja Press Conference Row: Virat के बाद अब Australia Media ने जडेजा को बनाया निशाना