आमिर खान की 2016 फिल्म दंगल ने सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि चीन में भी काफी लोकप्रियता हासिल की. यह फिल्म पूरी स्पोर्ट्स ड्रामा पर बेस्ड है, जो महिला सशक्तिकरण और खेल में उनकी भागीादरी को बढ़ावा देने का संदेश देती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि 2016-17 के आसपास भारतीय फिल्मों पर प्रतिबंध हटने के बाद इसे पाकिस्तान में रिलीज किया जाना था. हालांकि, पाकिस्तान के सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सेंसर ने इस फिल्म की स्क्रीनिंग करने से इंकार कर दिया. उन्होंने फिल्म के आखिर में भारतीय राष्ट्रीय ध्वज यानी तिरंगा और राष्ट्रगान वाले महत्वपूर्ण सीन को दिखाने में आपत्ति जताई. इसके चलते पाकिस्तान में फिल्म को रिलीज नहीं किया गया. इस पर पाकिस्तान की पूर्व संघीय सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने भी कथित तौर पर अफसोस जाहिर किया था.
एक पॉडकास्ट में पाकिस्तान की पूर्व संघीय सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने कथित तौर पर खुलासा किया कि उन्हें अपने फैसले पर बेहद अफसोस है. उन्होंने आमिर खान की फिल्म दंगल पर 2017 में लगाए गए प्रतिबंध पर खेद व्यक्त करते हुए कहा कि मैंने फिल्म को देखे बिना ही इसे रिलीज करने से मना कर दिया और यह निर्णय मेरा ऐसा फैसला है, जिसे मैं अब वापस लेना चाहती हूं. उन्होंने आगे कहा कि अगर मुझे संघीय सूचना मंत्री रहते हुए कोई एक बात का अफसोस है तो वह है पाकिस्तान में दंगल की स्क्रीनिंग पर प्रतिबंध लगाने से... जब मैंने डेढ़ साल बाद फिल्म देखी, तो मुझे एहसास हुआ कि प्रतिबंध को मंजूरी देने का मेरा फैसला गलत था. यह एक ऐसी फिल्म थी जो हमारी लड़कियों के लिए एक प्रेरणादायक थी.
इससे पहले एक शो में आमिर खान ने खुलासा किया कि पाकिस्तानी सेंसर बोर्ड ने दंगल फिल्म से राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान हटाने की शर्त रखी थी, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए मना कर दिया कि कोई भी जो हमसे हमारे राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान को हटाने के लिए कहेगा . उनमें मुझे कोई इंट्रस्ट ही नहीं, मुझे वो धंदा चाहिए ही नहीं.
इसी के साथ आपको बता दें कि दंगल दुनियाभर में अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली करने वाली भारतीय फिल्म है, जो सिर्फ 70 करोड़ रुपये में बनी थी. लेकिन इसने दुनिया भर में 2000 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई हासिल की. जबकि पाकिस्तान में फिल्म रिलीज न होने के बावजूद भी भारत पर कोई असर नहीं पड़ा.