इस सुपरस्टार एक्ट्रेस की मां ने 14 साल की उम्र में कर ली थी शादी, पैसों की तंगी के चलते बेटी को काम करने पर किया मजबूर

एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर सफल करियर के इन्होंने फिल्मों से ब्रेक ले लिया. इसका असर उनके करियर पर पड़ा. जब वह वापस आईं तो दर्शक उन्हें लीड हीरोइन के रूप में स्वीकार नहीं कर पाए.

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नई दिल्ली:

कई एक्टर और एक्ट्रेसेज हैं जिन्होंने चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर अपना करियर शुरू किया. वे लीड हीरो या हीरोइन बनने में असफल रहे. ऐसी ही एक एक्ट्रेस है जो कभी खूब कमाई करने वाली चाइल्ड आर्टिस्ट में से एक थी कभी लीड हीरोइन नहीं बन पाई. हम जिस एक्ट्रेस की बात कर रहे हैं उसे एक सुपरस्टार ने प्यार में धोखा भी दिया. वह दो बेटियों की सिंगल मदर बनीं और बाद में अपनी बेटी को सुपरस्टार बनाया. वह कोई और नहीं बल्कि पुष्पावल्ली हैं. पुष्पावल्ली एक भारतीय एक्ट्रेस थी जिन्होंने ज्यादातर तेलुगु और तमिल फिल्मों में काम किया. उन्होंने अपने परिवार की आर्थिक मदद करने के लिए एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर अपना करियर शुरू किया और 1930 के दशक में सबसे ज्यादा पैसे पाने वाली चाइल्ड आर्टिस्ट में से एक बन गईं.

पुष्पावल्ली की उम्र सिर्फ 14 साल थी जब उन्होंने 1940 में आई वी रंगाचारी नामक एक वकील से शादी की. हालांकि यह शादी ज्यादा दिन तक नहीं चली और 1946 में वे अलग रहने लगे. इस कपल के दो बच्चे (बाबजी और रमा) थे. पुष्पावल्ली की मुलाकात जेमिनी गणेशन से उनकी फिल्म मिस मालिनी की शूटिंग के दौरान हुई. इसके बाद उन्होंने गणेशन के साथ तमिल फिल्म चक्रधारी (1948) में काम किया. इसमें वह हीरोइन थीं और उन्होंने एक छोटी सा रोल निभाया था. इसके बाद हालात उलट गए, गणेशन एक बड़े स्टार बन गए और पुष्पावल्ली को केवल सपोर्टिंग रोल मिलने शुरू हो गए. जल्द ही दोनों एक-दूसरे के प्यार में पड़ गए और उनकी दो बेटियां हुईं. गणेशन ने ना तो बेटियों को स्वीकार किया और ना ही उन्होंने कभी पुष्पावल्ली को अपनी पत्नी का दर्जा दिया और इस तरह जल्द ही उनका रिश्ता खत्म हो गया.

एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर सफल करियर के बाद पुष्पावल्ली ने फिल्मों से ब्रेक ले लिया. इसका असर उनके करियर पर पड़ा. जब वह वापस आईं तो दर्शक उन्हें लीड हीरोइन के रूप में स्वीकार नहीं कर पाए. लीड हीरोइन के तौर पर उनकी ज्यादातर फिल्में बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रहीं और उन्हें सपोर्टिंग रोल तक ही सीमित रखा गया.

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सुपरस्टार जेमिनी गणेशन के साथ प्यार में धोखा खाने के बाद पुष्पावल्ली ने मद्रास के एक सिनेमैटोग्राफर के. प्रकाश से शादी कर ली और उन्होंने कानूनी तौर पर अपना नाम बदलकर के. पुष्पावल्ली रख लिया. उन्होंने दो और बच्चों को जन्म दिया, धनलक्ष्मी (जिन्होंने बाद में अभिनेता तेज सप्रू से शादी की) और नर्तकी शेषु (जिनकी 21 मई, 1991 को मृत्यु हो गई). इस तरह वह छह बच्चों की मां थीं.

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पुष्पावल्ली और एक्टर जेमिनी गणेशन की दो बेटियां थीं राधा और रेखा. जब उम्र पुष्पवल्ली पर हावी हो गई तो उन्हें फिल्मों के ऑफर मिलना बंद हो गए और वह जुए के भारी कर्ज में डूब गईं. नतीजतन रेखा को 14 साल की उम्र में स्कूल से निकाल दिया गया और उन्हें फिल्मों में काम करने के लिए मजबूर किया गया, रेखा ने कहा, "मैं सेट पर जाने से मना कर देती थी और कभी-कभी मेरा भाई मुझे पीटता था." रेखा अपने वजन और रंग के लिए मजाक उड़ाए जाने के बावजूद कम उम्र में ही बॉलीवुड में सुपरस्टार बन गईं. उन्होंने उमराव जान, खून भरी मांग, सिलसिला, खूबसूरत, कलयुग और कई दूसरी हिट और ब्लॉकबस्टर फिल्मों में काम किया. एक्ट्रेस ने 180 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है और उन्हें बॉलीवुड की बेहतरीन एक्ट्रेसेज में से एक माना जाता.

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