फिल्म मेकर संजय लीला भंसाली ने बताया कि जब उनकी फिल्म इंशाअल्लाह बंद हुई थी तो आलिया भट्ट का क्या रिएक्शन था. भंसाली ने कहा कि जब उनकी ये फिल्म बंद हुई तो एक्ट्रेस आलिया भट्ट बहुत परेशान हुई थीं. भंसाली ने बताया ये खबर सुनने के बाद आलिया रोईं, बड़बड़ाईं, गुस्साईं और खुद को एक कमरे में बंद कर लिया". हॉलीवुड रिपोर्टर इंडिया के साथ एक इंटरव्यू में भंसाली ने शेयर किया, "मैं उनके साथ इंशाअल्लाह कर रहा था. फिर अचानक यह बंद हो गई. वह टूट गईं, फूट-फूट कर रोने लगीं, बड़बड़ाईं, गुस्साईं और खुद को एक कमरे में बंद कर लिया. फिर मैंने एक हफ्ते बाद उन्हें फोन किया और मैंने कहा कि आप गंगूबाई का किरदार निभा रही हैं.
उन्होंने कहा, 'लॉस एंजिल्स से जहां मुझे (इंशाअल्लाह में) किरदार निभाना था, मैं कमाठीपुरा आई हूं. मैं यह कैसे करूंगी? मैं इस किरदार को नहीं जानती'. मैंने कहा, 'क्या आपको मुझ पर भरोसा है और क्या आप मुझे जानती हैं?' फिर मैं तुम्हारे अंदर की उस मजबूत महिला को पहचानूंगा क्योंकि मैं उसे तुम्हारी आंखों में देख सकता हूं. मैं देख सकता हूं कि तुम कितनी दृढ़ हो, तुम जो कुछ करती हो, उसके लिए कितनी कमिटेड रहती हो. मैंने तुम्हारी पर्सनैलिटी को समझा है."
भंसाली कहते हैं कि आलिया अभी भी कभी-कभी गंगूबाई की तरह बात करती हैं उन्होंने यह भी कहा, "आप एक ऐसे एक्टर को कैसे पहचान सकते हैं जो कहता है, 'मुझे नहीं पता था कि मैं वेश्यालय की मैडम का किरदार निभा सकती हूं. मुझे नहीं पता था कि मेरी आवाज कम है, मुझे नहीं पता था कि मुझे वहां खड़े होकर यह करना है. मुझे मजा आने लगा है सर.' और वह बस किरदार में ढल गईं. वह आज भी कभी-कभी गंगूबाई की तरह बात करती हैं. यह इसका एक हिस्सा है. उस पर विश्वास करना, उसे पहचानना बहुत खूबसूरत है." गंगूबाई काठियावाड़ी (2022) भंसाली के डायरेक्शन में बनी एक क्राइम ड्रामा फिल्म है. इसमें आलिया लीड रोल में हैं. यह फिल्म एस हुसैन जैदी की किताब माफिया क्वींस ऑफ मुंबई पर बेस्ड है और इसमें गंगू के सफर को दिखाया गया है जिसे मुंबई के कमाठीपुरा में एक वेश्यालय में बेच दिया गया था. इसमें शांतनु माहेश्वरी, विजय राज, इंदिरा तिवारी, सीमा पाहवा, जिम सर्भ और अजय देवगन भी हैं.