आजकल बॉलीवुड में नेपोकिड्स यानी स्टार किड्स को लेकर काफी बातें होती हैं. लेकिन एक एक्टर ऐसा भी रहा है जिसकी मां अपने दौर की सुपर डुपर स्टार रही लेकिन फिर भी इस एक्टर को पहली फिल्म ही फिल्म से बाहर निकाल दिया गया. इस एक्टर की मां ने अपने दौर में लगभग सभी बड़े स्टार के साथ सुपरहिट फिल्में दी, लेकिन उनके अपने बेटे को ही यहां जगह बनाने के लिए मेहनत करनी पड़ी. लेकिन मेहनत का नतीजा देखिए कि इस एक्टर ने एक से बढ़कर एक फिल्में दी हैं और रोमांटिक, कॉमेडी के साथ साथ विलेन के रोल में भी कहर ढा दिया है.
मां की स्टारडम बेटे के काम न आया
जी हां बात हो रही है शानदार एक्टर सैफ अली खान की. सैफ अली खान की मां शर्मिला टैगोर ने अपने दौर में ढेर सारी सुपरहिट फिल्में दी हैं. शर्मिला टैगोर ने राजेश खन्ना, जितेंद्र, धर्मेंद्र समेत सभी बड़े हीरोज के साथ फिल्में दी हैं. साठ के दशक में शर्मिला बॉलीवुड में हाइएस्ट पेड एक्ट्रेस रह चुकी हैं. एक वक्त उनके दरवाजे पर उन्हें साइन करने वाले प्रोड्यूसरों की लाइन लगी रहती थी. लेकिन इतनी सक्सेस पाने के बावजूद शर्मिला के बेटे सैफ को बॉलीवुड में स्थापित होने के लिए स्ट्रगल करना पड़ा.
पहली ही फिल्म से निकाल दिया गया
एक इंटरव्यू में सैफ ने कहा कि हर व्यक्ति के संघर्ष के तरीके अपने अपने होते हैं. जरूरी नहीं कि कोई अगर ऑटो रिक्शा चलाए या किराए के कमरे में रहे, वो ही संघर्ष है. उन्होंने कहा कि उन्हें पहली ही फिल्म से इसलिए निकाल दिया गया क्योंकि डायरेक्टर ने कहा कि अपनी गर्लफ्रेंड को छोड़ने पर ही वो इस फिल्म को कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि स्टार किड होने के बाद भी उनको रिजेक्शन झेलने पड़े. उन्होने कहा कि उन्हें 1992 में राहुल रवैल की फिल्म बेखुदी ऑफर हुई थी. लेकिन बाद में उनको फिल्म से निकाल दिया गया. हालांकि इसके कई कारण रहे होंगे और अब उन्हें इस बात का अफसोस भी नहीं है.