लंबे समय से पर्दे पर एक्टिव गुलशन देवैया की फिल्मों की लिस्ट भले ही लिमिटेड हो लेकिन उन्होंने अपने काम में ऐसी रेंज दिखाई है कि लोग उनकी कलाकारी समझ चुके हैं और उन्हें पसंद भी करते हैं. गुलशल अपनी फिल्मों से एक छाप छोड़ने में कामयाब रहे हैं. उनकी हालिया रिलीज "कंतारा चैप्टर 1" दुनिया भर में कमाई कर रही है और तारीफें भी बटोर रही है. फिल्म की रिकॉर्ड तोड़ सफलता के बाद, गुलशन ने हिंदुस्तान टाइम्स से एक खास बातचीत में पॉपुलैरिटी, ऑथेंटिसिटी और दूसरी चीजें मैनेज करने पर बात की.
सोशल मीडिया पर वैलिडिटी पर क्या बोले गुलशन?
ऐसे दौर में जहां फिल्मी सितारे अक्सर सोशल मीडिया पर अपनी गढ़ी हुई इमेज पेश करते हैं, गुलशन बिना किसी फिल्टर के, दोस्तों, दुश्मनों और ट्रोल्स, सभी को जवाब देते रहते हैं. एक्टर अपने विजन के बारे में बताते हैं, "अपने लिए फिल्टर बनाए गए हैं. मैं इस बातचीत में जैसा हूं, वैसा ही मजेदार और अपने जैसा रहना चाहता हूं. मैं ऑनलाइन भी वही चुटकुले सुनाना चाहता हूं और अपनी असली पहचान बनाए रखना चाहता हूं. मैं ऐसा ही हूं."
वह स्वीकार करते हैं कि ऑनलाइन अपनी आवाज ढूंढ़ने में उन्हें थोड़ी दिक्कत हुई, और ट्रोल्स से ऐसे ढंग से बात की जैसी अब नहीं करते. "आप बकवास करते हैं, फिर आपको एहसास होता है कि हां ये तो बकवास था. ये तो नहीं कहना चाहिए था." लेकिन मैं सीख रहा हूं. कोई भी परफेक्ट नहीं होता." गुलशन कहते हैं.
जब मिली अपनी इमेज पर काम करने की सलाह
कई लोगों ने गुलशन को एक कमतर आंका गया एक्टर बताया है. सैकड़ों ट्वीट्स में कहा गया है कि उन्हें 'आखिरकार उनका हक मिल रहा है'. एक्टर का कहना है कि वह इन सब बातों को नेकदिल लोगों की तारीफ मानते हैं. "भले ही लोग मुझे आलोचना के तौर पर कमतर आंकते हों, मैं इसे पॉजिटिविटी के साथ लेता हूं." वे कहते हैं और समझाते हैं, "उदारहण के लिए, शुभचिंतक मुझसे कहते हैं कि मैं अपने करियर से पैसा नहीं कमाता और मैं उनकी बात समझता हूं. यह सही है. एक बार किसी ने मुझसे कहा था कि एक बड़ी कार खरीद लो, सेकंड-हैंड BMW या मर्सिडीज की थोड़ी इमेज बनाऊंगा. उनके नजरिए से, वे सही हैं क्योंकि मैं जानता हूं कि इस इंडस्ट्री में धारणा कैसे काम करती है. लेकिन आप इसे कंट्रोल नहीं कर सकते. मैं जितना हो सके उतना ऑथेंटिक रहता हूं. उनको प्लीज (खुश) करने के लिए मैं नहीं करूंगा."