अमिताभ बच्चन, ऋषि कपूर और विनोद खन्ना की फिल्म अमर अकबर एंथोनी तो आपको याद होगी, जिसमें तीन सगे भाई बचपन में बिछड़ जाते हैं और अलग-अलग धर्म में उनकी परवरिश होती है. फिर कैसे वो एक-दूसरे से मिलते हैं और कैसे एक-दूसरे से अलग होते हैं ये पूरी फिल्म इस पर बेस्ड है. इस फिल्म में इन तीनों कलाकार के अलावा परवीन बॉबी, नीतू सिंह और शबाना आजमी ने भी बेहतरीन किरदार निभाया था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फिल्म के डायरेक्टर मनु देसाई को इस फिल्म का आइडिया कहां से आया? आइए आज हम आपको बताते हैं इस फिल्म के बारे में कि कैसे एक शराबी की खबर पढ़कर डायरेक्टर ने ये फिल्म बनाने का फैसला किया.
शराबी की न्यूज से आया फिल्म बनाने का फैसला
अमर अकबर एंथोनी को बनाने की कहानी बहुत दिलचस्प है. दरअसल इस फिल्म के डायरेक्टर मनमोहन देसाई उर्फ मन्नू देसाई को इस फिल्म का आइडिया एक पेपर पढ़ते समय आया. उन्होंने जैक्सन नाम के एक शराबी आदमी के बारे में पढ़ा, जो अपनी ज़िंदगी से तंग आकर अपने तीन बच्चों को पार्क में छोड़ देता है. इसी तरह इस फिल्म की शुरुआत में भी प्राण अपने बच्चों को एक पार्क में छोड़ जाते हैं, फिर इस कहानी में सबसे बड़े बच्चों को एक हिंदू पुलिस अधिकारी गोद लेता है और अन्य दो बच्चों को मुस्लिम दर्जी और एक कैथोलिक पादरी ने गोद लिया था.
देश ही नहीं विदेश में भी सुपरस्टार बने अमिताभ बच्चन
अमर अकबर एंथोनी फिल्म अमिताभ बच्चन के करियर का ब्रेकथ्रू रही. इस फिल्म ने अमिताभ बच्चन को कैरेबियन दीप समूह में सुपरस्टार गॉड बना दिया. दरअसल, त्रिनिदाद टोबैगो, गुयाना और अन्य देशों के सिनेमाघर में अमर अकबर एंथोनी फिल्म दिखाई गई और ये फिल्म कई महीनों तक हाउसफुल रही. यहां तक कि फिल्म के टिकट मिलना भी असंभव हो गया था. ऐसे में यह फिल्म सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि लाखों गैर भारतीय देशों में भी हिट हुई और इस फिल्म में अमिताभ के एंथोनी किरदार को खूब पसंद किया गया.
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