The Great Flood Netflix Review: नेटफ्लिक्स की नई कोरियन फिल्म 'द ग्रेट फ्लड' 19 दिसंबर 2025 को स्ट्रीमिंग पर आ गई है. निर्देशक किम ब्युंग-वू ने एक ऐसी डिजास्टर-साइंस-फिक्शन बनाई है जो पहले तो दिल की धड़कनें तेज कर देती है, और फिर दिमाग को पूरी तरह उलझा देती है. कहानी की शुरुआत सियोल में एक भयंकर बाढ़ से होती है. मुख्य किरदार किम दा-मी अपनी छोटी सी बिल्डिंग में फंस जाती है. पानी तेजी से ऊपर चढ़ रहा है, और वो अपने 6 साल के बेटे जा-इन (क्वोन ईउन-सेओंग) को बचाने के लिए हर हाल में जान जोखिम में डाल देती है. पहले 40-45 मिनट इतने इंटेंस हैं कि सांस भी रोककर देखते रहते हैं – पानी की आवाज, इमारतों का ढहना, लोग चीखते हुए भागते हुए, सब कुछ इतना रियल लगता है कि लगे हाथ में पानी छू रहा हो.
फिर फिल्म एक बड़ा ट्विस्ट लेती है. जो फिल्म का सबसे बड़ा सस्पेंस है. किम दा-मी एक AI रिसर्चर है, जो मानवता के भावनाओं को टेस्ट करने के लिए ये सिमुलेशन चला रही है. उसका बेटा असल में कोई बच्चा नहीं, बल्कि एक AI प्रोजेक्ट है. पूरी बाढ़ एक लूप में बार-बार चल रही है, ताकि AI को असली इमोशन्स खासकर मां का प्यार और डर सिखाया जा सके.\
परफॉर्मेंस में किम दा-मी ने कमाल किया है. वो मां की तरह रोती है, लड़ती है, और ट्विस्ट के बाद जब उसका किरदार टूटता है, तो दर्शक का दिल भी टूट जाता है. बच्चे क्वोन ईउन-सेओंग की मासूमियत ने दिल जीत लिया, और जब पता चलता है कि वो रियल नहीं है, तो एक अलग ही दर्द होता है.
विजुअल इफेक्ट्स शानदार हैं. बाढ़ वाले सीन इतने रियल हैं कि घर में पानी घुसने का डर लगता है. हाफ में डिजास्टर, दूसरे में साइ-फाई टाइम लूप, और अंत में इमोशनल AI ड्रामा, सब कुछ एक साथ क्रैक करने की कोशिश में कहीं-कहीं फ्लो टूट जाता है. कुल मिलाकर ये फिल्म उन लोगों के लिए है जो डिजास्टर और साइंस-फिक्शन का मिश्रण पसंद करते हैं. पहले 40 मिनट कमाल के, लेकिन बाद का हिस्सा थोड़ा कन्फ्यूजिंग और लंबा है और यही इस फिल्म की कमजोर कड़ी है.