फिल्म इंडस्ट्री में जब भी कोई लड़की एंट्री करती है, तो उसका सपना बड़ी हीरोइन बनने का होता है, लेकिन कई फिल्मों में काम करने के बाद कुछ एक्टर और एक्ट्रेस ऐसे होते हैं, जिन्हें नेगेटिव किरदार के लिए याद किया जाता है. एक ऐसे ही एक्ट्रेस के बारे में हम बात कर रहे हैं, जिनका नाम बिंदु (Bindu) है. बता दें, फिल्म इंडस्ट्री में उन्होंने हीरोइन बनने के सपने के साथ एंट्री की थी, लेकिन बिना हीरोइन बने ही उन्होंने 4 दशकों तक बॉलीवुड पर राज किया. आइए जानते हैं उनके सफर के बारे में.
12 साल की उम्र में शुरू हुआ था फिल्मी करियर
बिंदु ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1962 में 12 साल की उम्र में फिल्म अनपढ़ से की थी. जिसमें उनकी एक्टिंग को काफी पसंद किया गया था. उनकी कुछ लोकप्रिय भूमिकाओं में अभिमान, कटी पतंग और बीवी हो तो ऐसी शामिल हैं, जहां उन्होंने बेहतरीन एक्टिंग की थी. बता दें, बिंदु ने चार दशकों के करियर में 160 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. इस दौरान बिंदु को ग्लैमरस और वैम्प दोनों तरह के किरदार निभाने के लिए जाना जाता है और उन्हें कटी पतंग (1970), दो रास्ते (1969) और अभिमान (1973) जैसी फिल्मों में उनकी भूमिकाओं के लिए खास तौर पर याद किया जाता है. उन्हें अपनी एक्टिंग के लिए कई फिल्मफेयर अवॉर्ड मिल चुके हैं. वो अपने एक्प्रेशन्स की वजह से खूब पॉपुलर हुईं.
नहीं बन पाई हीरोइन
हालांकि आज बिंदु को एक हीरोइन की तुलना में वैम्प की भूमिका में ज्यादा याद किया जाता है. बॉलीवुड हंगामा से बात करते हुए बिंदु ने कहा, "ऐसा लगता था कि अगर मैं हीरोइन बनती तो क्या होता? हालांकि, जब लोगों ने मुझे इतना प्यार दिया, मुझे अवॉर्ड मिले, तो मैंने सोचा, 'हीरोइन का धंधा छोड़ो, मैं वैम्प रोल ही करूंगी क्योंकि यहां मैं अकेली हूं और मेरा कोई कॉम्पिटिशन नहीं है".
बिंदू इस विषय पर मीना कुमारी की सलाह ली, जिसने उनके इरादों को और मजबूत किया. बिंदु ने बताया कि जब वे एक ही होटल में ठहरे थे, तो मीना ने उनसे कहा था कि उन्हें हीरोइन बनने के बारे में सोचना छोड़ देना चाहिए और अपनी सारी ऊर्जा बेहतरीन एक्टिंग पर लगानी चाहिए. बिंदू ने कहा- इसके बाद से मैंने सिर्फ अपना पूरा फोकस एक्टिंग में लगाया.