टीचर्स डे (Happy Teacher Day 2025) को शिक्षक दिवस भी कहा जाता है. टीचर्स डे को भारत में हर साल 5 सितंबर को मनाया जाता है. भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को ही देशभर में टीचर्स डे के रूप में मनाया जाता है. टीचर्स डे का महत्व छात्रों के जीवन में बहुत रहता है. इस दिन स्कूलों में कई तरह के प्रोग्राम होते हैं और शिक्षकों को सम्मानित बी किया जाता है. यही नहीं, छात्र अपने गुरुओं को उपहार भी देते हैं. लेकिन आप जानते हैं कि शायरी में गुरुओं के लिए जमकर सम्मान दिखाया गया है. टीचर्स डे के इस खास मौके पर हम आपके लिए चुनिंदा शायरी लाए हैं.
टीचर्स डे 2023 पर कुछ खास शायरी:
वही शागिर्द फिर हो जाते हैं उस्ताद ऐ 'जौहर'
जो अपने जान-ओ-दिल से ख़िदमत-ए-उस्ताद करते हैं
-लाला माधव राम जौहर
उस्ताद के एहसान का कर शुक्र 'मुनीर' आज
की अहल-ए-सुख़न ने तिरी तारीफ बड़ी बात
-मुनीर शिकोहाबादी
किस तरह 'अमानत' न रहूं ग़म से मैं दिल-गीर
आंखों में फिरा करती है उस्ताद की सूरत
-अमानत लखनवी
रहबर भी ये हमदम भी ये ग़म-ख्वार हमारे
उस्ताद ये क़ौमों के हैं मे'मार हमारे
-अज्ञात
देखा न कोहकन कोई फरहाद के बगैर
आता नहीं है फ़न कोई उस्ताद के बगैर
-अज्ञात
अब मुझे मानें न मानें ऐ 'हफीज'
मानते हैं सब मिरे उस्ताद को
-हफीज जालंधरी
मां बाप और उस्ताद सब हैं खुदा की रहमत
है रोक-टोक उनकी हक में तुम्हारे नेमत
-अल्ताफ हुसैन हाली
जिनके किरदार से आती हो सदाकत की महक
उनकी तदरीस से पत्थर भी पिघल सकते हैं
-अज्ञात