Teacher's Day Shayari: 'अब मुझे मानें न मानें ऐ 'हफ़ीज़' मानते हैं सब मिरे उस्ताद को', शायरी भेजकर दें शिक्षकों को बधाई

Teacher's Day Shayari: शिक्षक दिवस (Teacher's Day Celebration) पर स्कूलों में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. आइए इस मौके पर शिक्षकों से जुड़ी कुछ शायरी पढ़ते हैं.

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Teacher's Day Shayari: 'टीचर्स डे' के दिन शायरी से दें शिक्षक दिवस की बधाई
नई दिल्ली:

Teacher's Day Shayari: शिक्षक दिवस भारत में हर साल 5 सितंबर (5 September) को मनाया जाता है. छात्र इस दिन अपने गुरुओं को तोहफे देते हैं, उन्हें शिक्षक दिवस की बधाइयां देते हैं और अपने-अपने तरीकों से उनके प्रति अपना प्यार और सम्मान प्रकट करते हैं. इस खास दिन स्कूलों में कई कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं. भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Dr. Sarvepalli Radhakrishnan) की जयंती को ही देशभर में शिक्षक दिवस (Teacher's Day Wish) के रूप में मनाया जाता है. लेकिन इस बार कोरोना वायरस के कारण सभी स्कूल बंद हैं, साथ ही इस बार शिक्षक दिवस पर कोई कार्यक्रम भी आयोजित नहीं किया जा रहा है. ऐसे में इस दिन को खास बनाने में शायरी अहम योगदान निभा सकती हैं. शायरी भेजकर शिक्षकों (Teacher's Day 2021) को इस दिन की बधाई भी बखूबी दी जा सकती है. 

अब मुझे मानें न मानें ऐ 'हफ़ीज़'
मानते हैं सब मिरे उस्ताद को
-हफ़ीज़ जालंधरी
 

जिनके किरदार से आती हो सदाकत की महक
उनकी तदरीस से पत्थर भी पिघल सकते हैं
-अज्ञात 

मां बाप और उस्ताद सब हैं खुदा की रहमत
है रोक-टोक उनकी हक़ में तुम्हारे नेमत
-अल्ताफ हुसैन हाली
 

उस्ताद के एहसान का कर शुक्र 'मुनीर' आज
की अहल-ए-सुख़न ने तिरी तारीफ बड़ी बात
-मुनीर शिकोहाबादी

किस तरह 'अमानत' न रहूं ग़म से मैं दिल-गीर
आंखों में फिरा करती है उस्ताद की सूरत
-अमानत लखनवी

रहबर भी ये हमदम भी ये ग़म-ख्वार हमारे
उस्ताद ये क़ौमों के हैं मे'मार हमारे
-अज्ञात

देखा न कोहकन कोई फरहाद के बगैर
आता नहीं है फ़न कोई उस्ताद के बगैर
-अज्ञात
 

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