एक खिलाड़ी की जिंदगी में कई तरह के उतार-चढ़ाव आते हैं. उसका अपना एक संघर्ष होता है. अपने सपने को पूरा करना उसके जीवन का जुनून. इस जुनून की राह में कई रोड़े आते हैं, लेकिन जो उन्हें पार कर जाता है वही कामयाबी के शिखर को चूमता है. ऐसा ही कुछ मिताली राज की जिंदगी पर बनी फिल्म Shabaash Mithu में भी देखने को मिलता है. फिल्म को श्रीजीत मुखर्जी ने डायरेक्ट किया है. फिल्म में तापसी पन्नू और विजय राज मुख्य किरदारों में हैं. तापसी पन्नू ने एक बार फिर मिताली राज के किरदार से दिखाया है कि वह एक्टिंग के हुनर में माहिर हैं.
Shabaash Mithu की कहानी मिताली की है. जो भरतनाट्यम सीखती है और वहीं उसे एक दोस्त मिलती है. इस तरह मिताली दोस्त के जरिये क्रिकेट से रू-ब-रू होती है. एक दिन क्रिकेट खेलते हुए कोच की नजर मिताली पर जाती है तो वह कुछ ही पल में भांप जाता है कि उसमें अच्छी खिलाड़ी बनने के पोटेंशियल हैं. इस तरह मिताली का सफर आगे बढ़ता है और वह भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा भी बनती है. फिल्म के जरिये न सिर्फ मिताली की जर्नी ही देखने को मिलती है, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम के समय के साथ बदलते स्वरूप को भी देखा जा सकता है. हालांकि फिल्म का पेस थोड़ा धीमा है और कहीं चीजों को थोड़ा खींचा हुआ लगता है. यह बात कई दर्शकों को अटक सकती है.
जहां तक एक्टिंग की बात है तो Shabaash Mithu में तापसी पन्नू ने एक बार फिर दिखा दिया है कि किरदार में उतरना वह बखूबी जानती हैं. उन्हें पूरी शिद्दत के साथ मिताली के किरदार को जिया है. यही नहीं, क्रिकेट के शॉट खेलते हुए तापसी किरदार में कहीं महसूस ही नहीं होती है और मिताली पूरी तरह नजर आती है. कोच के तौर पर विजय राज ने शानदार एक्टिंग की है और वह पूरा असर डालने में कामयाब हुए हैं. ऐसे में एक शानदार क्रिकेटर की जर्नी देखने के लिए फिल्म एकदम माकूल है. हालांकि डायरेक्शन के मोर्चे पर काफी स्कोप था और फिल्म को मिताली के बल्ले और शॉट्स की तरह सटीक रखा जा सकता था.
रेटिंग: 3/5 स्टार
डायरेक्टर: श्रीजीत मुखर्जी
कलाकार: तापसी पन्नू, मुमताज सरकार, देवदर्शिनी और विजय राज
VIDEO: "मैं नहीं जानती थी मिताली राज भरतनाट्यम डांसर थीं": तापसी पन्नू