हाल ही में गन्स ऐंड गुलाब्स वेब सीरीज से सुर्खियां बटोरने वाले एक्टर आदर्श गौरव रीमा कागती के अगले प्रोजेक्ट नजर आएंगे. 'सुपरमैन ऑफ मालेगांव' में मालेगांव फिल्म इंडस्ट्री के बारे में कई बातें जानने को मिलेंगी. 'सुपरमैन ऑफ मालेगांव' का हिस्सा बनना आदर्श गौरव के लिए एक शानदार मौका रहा है. 1990 के दशक में, मालेगांव फिल्म निर्माताओं ने शुरुआत में शोले, डॉन, शान जैसी कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों की पैरोडी बनाई थी. समय के साथ, मालेगांव में स्थापित मूल कथाओं को गढ़ने की दिशा में बदलाव आया. 2000 के दशक के अंत में यूट्यूब के आने से फिल्म निर्माताओं ने खुद के चैनल शुरू कर लिए.
आज, मालेगांव में कई चैनल हैं जो 10-15 मिनट के कॉमेडी स्केच और स्पूफ तैयार करते हैं, जिन्हें लाखों व्यूज मिलते हैं. मालेगांव में कहानी कहने की यह यात्रा विशेष रूप से बॉलीवुड फिल्मों से शुरू हुई. शुरुआती स्पूफ अब यूट्यूह कंटेंट में तब्दील होते जा रहे हैं. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मालेगांव के ये वीडियो कोई फिल्में नहीं हैं, बल्कि यूट्यूब पर शॉर्ट कॉन्टेंट और रील हैं. इनमें से कई चैनलों ने यूट्यूब और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर लाखों फॉलोअर्स बना लिए हैं.
आदर्श गौरव कहते हैं, 'मालेगांव के फिल्म निर्माताओं के पास अनोखा नजरिया है. हालांकि फिल्में अलग हो सकती हैं, उन्होंने एक ठोस व्यवसाय मॉडल के कोड को भेद दिया है, और पर्याप्त मुनाफा कमाया है. नंबर से परे, सिनेमा के लिए उनका जुनून देखते ही बनता है. उनकी लगभग सभी फिल्में पैसा कमाती हैं.' 'सुपरमैन ऑफ मालेगांव' की निर्देशक रीमा कागती ने मालेगांव की इस इंडस्ट्री पर करीब से नजर डालने की कोशिश की है.