सुनील शेट्टी ने पहली बार की नातिन को लेकर बात, बोले- जब मैं अपनी नातिन को गोद में...

सुनील शेट्टी ने हाल ही में बेटी अथिया शेट्टी के मां बनने और खुद के नाना बनने पर पहली बार खुशी जाहिर करते हुए एक पोस्ट शेयर किया है. 

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सुनील शेट्टी ने नाना बनने पर पहली बार जाहिर की खुशी
नई दिल्ली:

एक्टर और बिजनेसमैन सुनील शेट्टी हाल ही में नाना बने हैं. 24 मार्च को सुपरस्टार की बेटी अथिया शेट्टी और क्रिकेटर केएल राहुल की बेटी का जन्म हुआ. इसी बीच सुनील शेट्टी ने दिल छू लेने वाला नोट अपने नाना बनने की खुशी पर शेयरप किया. वहीं उन्होंने बताया कि कैसे लाइफ के सिंपल पल खुशी का सच्चा मीनिंग दिखाते हैं. लिंकडेन पर एक नोट में उन्होंने दादा बनने की अपनी खुशी को जाहिर करते हुए बताया कि इससे उन्हें छोटे-छोटे पलों की कीमत का एहसास हुआ और नन्हे-मुन्ने के आने से उनकी जिंदगी में  खुशियां भर दी हैं.

उन्होंने लिखा, "असली खुशी मुख्य रूप से सबसे सरल चीजों से आती है, हाल ही में नाना बनना - एक ऐसा एहसास है, जिसे मैं शब्दों में बयां भी नहीं कर सकता. यह एक ऐसी खुशी है, जो प्योर है और दुनिया की किसी भी चीज से अछूती है. मैंने दशकों तक बिजनेस बनाने और चलाने, फिल्में बनाने और कुछ सार्थक बनाने की कोशिश की. और मुझे इस पर गर्व है. लेकिन जब मैं अपनी नातिन को गोद में लेता हूं, तो इनमें से कोई भी बात मायने नहीं रखती. जब आप जीवन में उस बिंदु पर पहुंच जाते हैं जहां आपको एहसास होता है कि वास्तव में क्या मायने रखता है, तो ज्यादा पाने की दौड़ फीकी पड़ जाती है."

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सुनील शेट्टी ने मां के परनानी बनने के एहसास को बयां करते हुए लिखा, "और मेरी अम्मा को अपनी परनातिन को गोद में लिए देखना एक ऐसा पल है, जो अब एक मुख्य स्मृति बन गई है. मैं ऐसे पलों की खूबसूरती को कभी भुला नहीं पाऊंगा. कहीं न कहीं, मैं इस दौड़ में फंस गया. यह हम सभी के साथ जीवन के किसी न किसी पड़ाव पर होता है. लेकिन उम्र के साथ, जितना अधिक आप अनुभव करते हैं, यह उतना ही स्पष्ट होता जाता है. यह महत्वाकांक्षा को छोड़ने या कड़ी मेहनत करने के बारे में नहीं है. यह समझने के बारे में है कि वास्तव में आपको क्या खुशी देता है. मैं प्रेरित रहता हूं. अभी भी बहुत कुछ हासिल करना बाकी है.."

आगे सुनील शेट्टी ने लिखा, "अब, जब यह नन्ही बच्ची मेरी गोद में है, और मैं अपनी अथिया को उसके जीवन की सबसे संतुष्टिदायक भूमिका में बदलते हुए देख रहा हूं, तो मैं खुद को हल्का और अधिक संतुष्ट महसूस कर रहा हूं. . यह जीवन की एक याद की तरह है, जो मुझे बता रही है कि चीजों को सिंपल रखना है. हर दिन का आनंद लेना है. और ज्यादा की चाह के बोझ से मुक्त होना है. मेरे लिए, यही वह लक्जरी है, जिसके लिए मैं वास्तव में आभारी हूं."

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