बॉलीवुड के एक्शन स्टार सुनील शेट्टी का 63वां जन्मदिन मना रहे है. वह हिन्दी सिनेमा के ऐसे चमकते सितारे हैं, जो बीते 3 दशक से इस इंडस्ट्री को रोशन कर रहे हैं. उनकी जिंदगी उतार चढ़ाव से भरी रही. सब कुछ थाली में परोस कर नहीं मिला बल्कि पिता की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए अथक प्रयास किया फिर अपने बूते हिंदी सिने जगत में वह अपना नाम कमा पाए. उनकी जर्नी ऐसी रही कि खुद सलमान खान भी उसका जिक्र कर भावुक हो जाते हैं. लेकिन इस पूरे सफर में एक ऐसे शख्स हैं, जिनके दुनिया के अलविदा कहने के बाद भी वह भुला नहीं पाए हैं और उनका जिक्र करते ही इमोशनल हो जाते हैं.
इस संघर्ष भरे सफर का जब भी जिक्र होता है तो सुनील अपने पिता को याद करते हैं. बता दें हैं कि उनके पिता 9 साल की उम्र में घर से भागकर मुंबई आए थे. यहां उन्हें रोजगार चलाने के लिए एक रेस्त्रां में काम करना पड़ा. धीरे-धीरे उन्होंने अपने काम के दम पर तीन रेस्त्रां खरीदे. एक पॉडकास्ट शो में सुनील शेट्टी ने अपने बीते समय को याद किया. उन्होंने बताया कि पिता के सौंपे तीन रेस्त्रां अब भी उनके पास हैं. गर्व से कहते हैं कि बहुत सामान्य जीवन बिताया उन्होंने बताया कि कैसे एक बेडरूम वाले घर में गुजारा भी किया. अपनी सफलता का पूरा क्रेडिट पिता को देते हैं जिन्होंने जीवन की हर लड़ाई में उनका साथ निभाया. उन्हें क्रिकेट खिलाना हो, मार्शल आर्ट क्लास जानी हो या फिर कुछ और पिता ने बेटे का साथ कभी नहीं छोड़ा. पिता को दुनिया से विदा हुए 5 साल हो गए हैं और अन्ना अब भी जब उनकी बात करते हैं तो आंखों में आंसू भर आते हैं.
गौरतलब है कि सुनील शेट्टी के पिता वीरप्पा शेट्टी का 93 साल की उम्र में 2017 में निधन हो गया था. एक्टर की एक बहन सुजाता शेट्टी भी है.